Petrol price: साल 2021 में पेट्रोल से टैक्स घटाने वाला पहला राज्य बना तमिलनाडु, मोदी सरकार पर लगा गंभीर आरोप

डीएमके सरकार ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को राहत देने का काम केंद्र का है.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 13, 2021 9:29 PM

चेन्नई : तमिलनाडु की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की सरकार ने शुक्रवार को पेट्रोल की कीमतों पर लगाने वाले टैक्स में तीन रुपये प्रति लीटर कटौती करने का ऐलान किया है. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. डीएमके सरकार ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को राहत देने का काम केंद्र का है.

तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने विधानसभा में संशोधित बजट पेश करते हुए कहा की सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स में तीन रुपये प्रति लीटर कटौती करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि मैं सदन को बताते हुए बहुत खुश हूं कि सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स की प्रभावी दर को तीन रुपये प्रति लीटर कम करने का फैसला किया है. इस कदम से राज्य में लोगों को राहत मिलेगी.

उन्होंने कहा कि हालांकि, इससे राज्य सरकार को सालाना 1,160 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि मई 2014 में पेट्रोल पर कुल टैक्स को 10.39 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर केंद्र सरकार ने अब 32.90 रुपये प्रति लीटर कर दिया है. इसी तरह मई 2014 में डीजल पर लगने वाले कर को 3.57 रुपये से बढ़ाकर 31.80 रुपये प्रति लीटर कर दिया.

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वित्त मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 2.63 करोड़ दोपहिया वाहन है, जो गरीबों के लिए परिवहन का सबसे लोकप्रिय साधन बन गया है. उन्हें पेट्रोल की बढ़ती कीमत की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन मजदूर गरीब और मध्यम वर्ग के दर्द को महसूस करते हैं.

दरअसल, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने विधानसभा चुनावों के दौरान उनकी सरकार बनने पर पेट्रोल पर पांच रुपये और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर की कटौती करने का वादा किया था. हालांकि, विपक्षी एआईएडीएमके ने द्रमुक सरकार से अपने चुनावी वादे को पूरा करने की मांग की है.

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