पेप्सिको ने 20 साल के अंदर केरल के पलक्कड़ प्लांट पर जड़ा ताला, सैकड़ों कर्मचारी हो गए बेरोजगार

भारत में कोल्ड ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनी पेप्सिको ने केरल स्थित पलक्कड़ में अपना उत्पादन कारखाना बंद करने का फैसला किया है. इस कारखाने के मजदूरों लगातार विरोध-प्रदर्शन और हड़ताल किए जाने की वजह से कंपनी ने इस प्लांट को बंद कर दिया है. कंपनी की ओर से उठाए गए इस कदम से कारखाने में काम करने वाले करीब 500 लोग बेरोजगार हो गए.

By Prabhat Khabar Print Desk | September 24, 2020 9:09 PM

नयी दिल्ली : भारत में कोल्ड ड्रिंक्स बनाने वाली कंपनी पेप्सिको ने केरल स्थित पलक्कड़ में अपना उत्पादन कारखाना बंद करने का फैसला किया है. इस कारखाने के मजदूरों लगातार विरोध-प्रदर्शन और हड़ताल किए जाने की वजह से कंपनी ने इस प्लांट को बंद कर दिया है. कंपनी की ओर से उठाए गए इस कदम से कारखाने में काम करने वाले करीब 500 लोग बेरोजगार हो गए.

मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, अशांति की वजह से ही इस साल 22 मार्च से ही कंपनी ने इस कारखाने में तालाबंदी कर दी गयी थी. इसके करीब 15 साल पहले सॉफ्ट ड्रिंक की दूसरी प्रमुख कंपनी कोक भी राज्य में अपना प्लांट बंद कर चुकी है. पलक्कड़ में पेप्सिको का कारखाना उसकी फ्रेंचाइजी वरुण बेवरेजेज लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा था. आखिरकार कंपनी ने राज्य के श्रम विभाग को इसे बंद करने का नोटिस दे दिया.

मीडिया की खबर के अनुसार, इस कारखाने में पिछले साल दिसंबर से ही मजदूर प्रदर्शन कर रहे थे. इनमें माकपा से जुड़े सिटू, कांग्रेस से जुड़े इंटक और आरएसएस से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के सदस्य शामिल थे. इन संगठनों की मांग थी कि कॉन्ट्रैक्ट लेबर को बेहतरीन कार्यदशा और वेतन बढ़ोतरी की सुविधा दी जाए. उनकी इस मांग पर एक साल से कंपनी ने कोई निर्णय नहीं लिया था. इसके लिए दिसंबर से ही 110 नियमित कर्मचारियों के साथ 280 कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे थे, जिसकी वजह से उत्पादन प्रभावित हो रहा था. इसके बाद 22 मार्च से प्रबंधन ने कारखाने में तालाबंदी कर दिया.

पे​प्सी के यूबीएल यूनिट में सिटू के महासचिव एस रमेश ने कहा कि हमने कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारियों के लिए वेतन ढांचा तय करने के लिए प्रबंधन से कई बार बातचीत की, लेकिन हमारी वाजिब मांगों को उन्होंने हमेशा ठुकराया. वे श्रम आयुक्त और अन्य अधिकारियों से भी मिलने को तैयार नहीं हुए. इसलिए हमारे पास विरोध-प्रदर्शन के अलावा और कोई रास्ता नहीं था.

पेप्सिको के इस कारखाने की स्थापना केरल के पलक्कड़ स्थित इंडस्ट्रियल बेल्ट कांजिकोड में वर्ष 2001 के दौरान की गयी थी. इसमें पेप्सी ब्रांड के पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और सॉफ्ट ड्रिंक का उत्पादन किया जा रहा था. तमाम तरह के फायदों और वेतन बढ़ोतरी की कर्मचारियों द्वारा लगातार मांग को देखते हुए साल 2019 में पेप्सिको ने इस प्लांट का कामकाज अपने बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेज को सौंप दिया था.

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Posted By : Vishwat Sen

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