अप्रैल – जून के महीने में भारत की अर्थव्यवस्था में आ सकती है बड़ी गिरावट

देश की अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून तिमाही में 10 प्रतिशत अथवा इससे अधिक की गिरावट का अनुमान है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की वजह से आर्थिक गतिविधियों पर लगे अंकुश के चलते अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट आने का अनुमान है. जनवरी-मार्च तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रही थी.

By Agency | July 7, 2020 7:24 PM

मुंबई : देश की अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून तिमाही में 10 प्रतिशत अथवा इससे अधिक की गिरावट का अनुमान है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की वजह से आर्थिक गतिविधियों पर लगे अंकुश के चलते अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट आने का अनुमान है. जनवरी-मार्च तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रही थी.

सिंगापुर के बैंकिंग समूह डीबीएस की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘हमारी आंतरिक जीडीपी की गणना मॉडल के जरिये तत्काल आधार पर मौजूदा और आगे की तिमाहियों के जीडीपी आंकड़ों का अनुमान लगाया जाता है. इस आकलन से पुष्टि होती है कि 2020 की दूसरी यानी अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी में द्विअंकीय गिरावट आएगी. इसके बाद तीसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में अर्थव्यवस्था में मामूली सुधार दर्ज होगा.

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डीबीएस समूह रिसर्च की अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा कि अर्थव्यवस्था में अचानक इतनी बड़ी गिरावट की वजह यह महामारी है. महामारी की वजह से उत्पादन में जो गिरावट आई है उसकी शेष साल के दौरान भरपाई मुश्किल है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था को खोलने और संक्रमण पर नियंत्रण न होने की वजह से अनिश्चितता बनी रहेगी. राव ने कहा कि यह मानते हुए कि 2020 की तीसरी तिमाही में संक्रमण के मामले उच्चस्तर पर रहेंगे, हमारा अनुमान है कि 2020 में वृद्धि दर नकारात्मक रहेगी.

सालाना आधार पर वृद्धि दर में 4.8 प्रतिशत की गिरावट आएगी. उन्होंने कहा कि महमारी पर नियंत्रण में विलंब और अर्थव्यवस्था को पूरी तरह खोलने में और समय लगने की स्थिति में अर्थव्यवस्था में हमारे अनुमान से 1-1.5 प्रतिशत और गिरावट रहेगी. रिपोर्ट कहती है कि अधिकारियों के समक्ष अर्थव्यस्था के पुनरोद्धार और साथ ही महामारी से संघर्ष के बीच संतुलन बैठाने की चुनौती होगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान देश में अनलॉक 2.0 लागू है, जिससे और गतिविधियां शुरू होंगी. घरेलू उड़ानों और ट्रेनों का परिचालन और बढ़ेगा. नियंत्रण वाले क्षेत्रों के बाहर के धार्मिक स्थल, होटल और मॉल खुलेंगे.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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