JSW Infrastructure में 13 साल बाद कमाई का मिला बंपर मौका, दांव लगाने से पहले जान लें जरूरी बातें

JSW Infrastructure IPO: जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर ने आईपीओ के लिए 113 रुपये से 119 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया है. इसके साथ ही, कंपनी ने रिटेल निवेशकों के लिए आईपीओ लॉट साइज 126 शेयरों का तय किया है.

By Madhuresh Narayan | September 25, 2023 3:54 PM

JSW Infrastructure IPO: जेएसडब्ल्यू ग्रुप की किसी कंपनी के द्वारा करीब 13 साल के बाद बाजार में आईपीओ लेकर आयी है. आज सुबह जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ ओपन हो गया. इससे पहले 2010 में जेएसडब्ल्यू एनर्जी का आईपीओ आया था. निवेशक इसमें आपना पैसा 27 सितंबर तक लगा सकते हैं. जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर ने आईपीओ के लिए 113 रुपये से 119 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया है. इसके साथ ही, कंपनी ने रिटेल निवेशकों के लिए आईपीओ लॉट साइज 126 शेयरों का तय किया है. ऐसे में एक निवेशक को कम से कम 14,994 रुपये का दांव लगाना होगा. जबकि, कंपनी में निवेश करने के इच्छुक नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स को कम से कम 14 लॉट एक साथ खरीदने होंगे. कंपनी के आईपीओ का साइज 2800 करोड़ रुपये का है. कंपनी के शेयर को लेकर ग्रे मार्केट में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. कंपनी के शेयर का लॉट बड़ा होने के बाद भी, 18 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी की मजबूत लिस्टिंग होगी. बता दें कि जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई दोनों जगह होगी.

कंपनी का 30 दिनों का होगा लॉक पीरियड

जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर आईपीओ के जरिये करीब 2800 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है. इसके माध्यम से जुटाए पैसों को कंपनी अलग-अलग मद में खर्च करने वाली है. ओपन मार्केट में आने से पहले ही कंपनी ने अपने एंकर निवेशकों से 1260 रुपये जुटा लिया है. कंपनी के 50 प्रतिशत शेयर का लॉक इन पीरियड 30 दिन का है. जबकि, दूसरे 50 प्रतिशत शेयरों को निवेशक 12 फरवरी 2024 तक नहीं बेच सकेंगे. नियम के अनुसार, कंपनी में निवेशक करने वाले एंकर निवेशक लॉक इन पीरियड के बाद ही शेयर बेच सकेंगे.

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आईपीओ क्या होता है

आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.

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आईपीओ में निवेश कैसे करें

आईपीओ में निवेश करने से पहले संबंधित दस्तावेजों को पूरी तरह समझें. इसमें निवेश जोखिम भरा होता है. ऐसे में किसी वित्तीय सलाहकार की मदद लें. आईपीओ की सदस्यता लेने के लिए, आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए. यदि आपके पास कोई नहीं है, तो आप डीमैट खाता खोलने के लिए एक पंजीकृत स्टॉकब्रोकर या डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) से संपर्क कर सकते हैं. इसके बाद, एक पंजीकृत स्टॉकब्रोकर चुनें जो आईपीओ सेवाएं प्रदान करता है. आप इसे ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से ब्रोकर के कार्यालय में जाकर कर सकते हैं. आईपीओ घोषणाओं और उनके विवरणों से अपडेट रहें. आगामी आईपीओ के बारे में जानकारी आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंजों, वित्तीय समाचार पत्रों की वेबसाइटों और आईपीओ जारी करने वाली कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होती है. एक बार जब आप एक आईपीओ चुन लेते हैं जिसकी आप सदस्यता लेना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से आवेदन कर सकते हैं.

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