EPFO News: पीएफ खाताधारक 31 अगस्त से पहले जरूर कर लें ये काम, नहीं तो ब्याज का होगा नुकसान
EPFO News: पीएफ खाते में विवरण मेल नहीं खाते हैं, तो ब्याज राशि से वंचित हो सकते हैं. ब्याज की राशि पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि खाता आधार कार्ड से लिंक हो. यदि UAN खाते की आधार से सीडिंग नहीं है, तो पैसे पीएफ खाते में नहीं आएगा.
EPFO News: भविष्य निधि (Employee Provident Fund) के खाताधारकों के लिए इस महीने एक जरूरी खबर है. बताया जा रहा है कि अगस्त के महीने के अंत तक खाताधारकों के जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज उनके खाते में जमा हो जाएगा. केंद्र सरकार के द्वारा खाताधारकों को बड़ा तोहफा देते हुए ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की गयी है. इस वर्ष EPFO जमा राशि पर 8.15 फीसदी ब्याज देगा. मगर, इस ब्याज की रकम को पाने के लिए आपके खाते में सब कुछ ठीक होना जरूरी है. अगर पीएफ खाते में विवरण मेल नहीं खाते हैं, तो ब्याज राशि से वंचित हो सकते हैं. ब्याज की राशि पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि खाता आधार कार्ड से लिंक हो. यदि UAN खाते की आधार से सीडिंग नहीं है, तो पैसे पीएफ खाते में नहीं आएगा. लाभ लेने के लिए सत्यापन और सीडिंग अनिवार्य है.
यूएएन नंबर को आधार नंबर से करना होगा लिंक
ईपीएफओ सदस्यों को खाते में आने वाले ब्याज की रकम पाने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि यूएएन नंबर को आधार नंबर से लिंक करना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही, कर्मचारियों ने नया खाता खोला हैं या अकाउंट के डिटेल्स में कोई बदलाव किया है, उन्हें भी आधार लिंक करना जरूरी है. आधार को लिंक करने के लिए सबसे पहले ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाएं. वहां मांगी गयी जानकारी देकर लॉगइन करें और खाते पर जाएं. मैनेज मेन्यू के अंतर्गत केवाईसी पर क्लिक करें. आधार विकल्प चुनें और अपना विवरण दर्ज करें. इसके बाद सेव पर क्लिक करें. यहां UIDAI डेटा का उपयोग करके वेरिफाइड किया जाएगा. केवाईसी पूरी होने के बाद आधार को ईपीएफ खाते से लिंक कर दिया जाएगा.
पहले मिलता था 8.10 प्रतिशत ब्याज
ईपीएफओ ने मार्च 2022 में 2021-22 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को घटाकर 8.10 प्रतिशत कर दिया है. यह 1977-78 के बाद से सबसे कम ब्याज दर थी, जब ईपीएफ ब्याज दर आठ प्रतिशत थी. बता दें कि हाल ही में श्रम मंत्रालय ने बताया कि आंकड़ों से पता चलता है कि मई में 3,673 प्रतिष्ठानों ने अपने कर्मचारियों को ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में शामिल किया है. मई में ईपीएफओ से करीब 8.83 लाख नए सदस्य जुड़े जो पिछले छह महीनों का उच्चतम स्तर है. नए अंशधारकों में से 56.42 प्रतिशत हिस्सेदारी 18-25 वर्ष के उम्र समूह के कर्मचारियों की है. यह युवाओं के संगठित रोजगार में आई तेजी को दर्शाता है. हालांकि मई में करीब 11.41 लाख अंशधारक ईपीएफओ से हटे लेकिन वे दोबारा इससे जुड़ भी गए. इससे उनके एक नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी करने के संकेत मिलते हैं.
क्या है ईपीएफओ
भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की स्थापना 1951 में की गयी थी. भारत सरकार की इस वैधानिक संस्थान के द्वारा लोगों को सेवानिवृत्ति के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. पीएफ पर मौजूदा ब्याज दर 8.15 फीसदी है. किसी वित्तीय वर्ष के अंत में ईपीएफ खाते में जमा होने वाली ब्याज राशि की गणना आसानी से करना संभव है. खाते में कुल शेष राशि जानने के लिए यह राशि वर्ष के अंत में नियोक्ता और कर्मचारी के योगदान में जोड़ दी जाती है.
पीएफ अकाउंट का कैसे चेक करें बैलेंस
ईपीएफओ अकाउंट में अपना बैलेंस चेक करने के लिए https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं. यहां अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) और पासवर्ड से लॉग इन करें. यदि आपने अपना यूएएन सक्रिय नहीं किया है, तो आप लॉगिन पृष्ठ पर “यूएएन सक्रिय करें” पर क्लिक करके ऐसा कर सकते हैं. लॉग इन करने के बाद, “देखें” अनुभाग पर जाएं और अपने ईपीएफ खाते की शेष राशि, योगदान और लेनदेन देखने के लिए “पासबुक” पर क्लिक करें.
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