कांग्रेस ने सरकार पर लगाया अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप, मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी 500 रुपये करने की मांग

शुक्रवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से दिसंबर की तिमाही के दौरान आर्थिक वृद्धि के आंकड़े जारी किये गये, जिसमें दिसंबर तिमाही के दौरान 4.7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े पेश किये गये. एनएसओ की ओर से जारी इस आंकड़े के बाद कांग्रेस ने शनिवार को देश की मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाया है, लेकिन इसके साथ ही, उसने सरकार से यह भी मांग की है कि वह मनरेगा के तहत काम करने वाले श्रमिकों की मजदूरी को कम से कम 500 रुपये करे, ताकि उनकी आमदनी में इजाफा हो और उनकी क्रयशक्ति में वृद्धि हो सके.

By KumarVishwat Sen | February 29, 2020 5:03 PM

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 4.7 फीसदी रहने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद होने का शनिवार को आरोप लगाया है. उसने कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार को गरीबों के हाथ में पैसे देने चाहिए तथा मनरेगा के तहत श्रमिकों की मजदूरी को 500 रुपये किया जाना चाहिए.

पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी कहा कि सरकार को नौकरियां जाने से जुड़े आंकड़े जारी करने चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस सरकार ने अपने कुप्रबंधन से देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. जीडीपी विकास दर 4.7 फीसदी हो गयी है. ये आकंड़े उस वक्त के हैं, जब त्योहारों का मौसम था. इसका मतलब यह कि लोगों के पास पैसे नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस राजस्व का अनुमान लगाया है, यह उससे बहुत कम है. दिसंबर तक सरकार को 11 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला. क्या आखिरी तीन महीनों में 15 लाख करोड़ रुपये का संग्रह कर लेगी? शर्मा ने कहा, ‘अब समय है कि सरकार जग जाए, वास्तविकता को ना नकारें. गरीब आदमी के हाथ में पैसा दें. बेहतर तरीका है कि मनरेगा के तहत श्रमिकों को 500 रुपये की मजदूरी दे. मनरेगा के तहत 150 दिन के काम को जरूरी बनाया जाए.’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को नौकरियां जाने के बारे में सही आंकड़े पेश करने चाहिए.

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