ऑनलाइन मार्केटिंग से बदल सकती है खादी की तकदीर : रसैल

जैसलमेर : अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाइनर बी बी रसैल ने कहा है कि ऑनलाइन मार्केटिंग से जैसलमेर की खादी की तकदीर बदल सकती है. जैसलमेर प्रवास पर आई बांग्लादेश की फैशन डिजाइनर रसैल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जैसलमेर में ऊनी व कॉटन दोनों ही तरह के खाडी के वस्त्रों का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 28, 2014 2:23 PM

जैसलमेर : अंतरराष्ट्रीय फैशन डिजाइनर बी बी रसैल ने कहा है कि ऑनलाइन मार्केटिंग से जैसलमेर की खादी की तकदीर बदल सकती है. जैसलमेर प्रवास पर आई बांग्लादेश की फैशन डिजाइनर रसैल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जैसलमेर में ऊनी व कॉटन दोनों ही तरह के खाडी के वस्त्रों का निर्माण होता है.

उन्होंने कहा कि जैसलमेर के बुनकरों की ओर से उत्पादित वस्त्रों की गुणवता उच्च श्रेणी की है, लेकिन मार्केटिंग का अभाव एवं लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने से खादी का प्रचलन नहीं बढ पा रहा है. रसैल ने कहा कि खादी का प्रचार-प्रसार करने के लिए कार्यों का संप्रेषण करना होगा. उन्होंने जैसलमेर के खादी उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मेलों में प्रदर्शित करने की पैरवी की.

प्रख्यात फैशन डिजाइनर ने कहा कि खादी की बिक्री बढाने के लिए खादी के प्रति युवाओं को आकर्षित करने की जरुरत है. खादी उत्पादों के प्रति युवाओं को आकर्षित करने के लिए उनकी रुचि के अनुसार रंगों का सामजस्य बिठाकर वस्त्रों का उत्पादन करना चाहिए. साथ ही रसैल ने खादी की बिक्री बढाने के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग करने का सुझाव दिया.

उन्होंने बताया कि भारत में जब खाने-पीने की चीजें ऑनलाइन बिक सकती है, तो खादी क्यों नहीं. खादी के ट्रेड की ऑनलाइन डिजाइन उपलब्ध होने से देश के साथ विदेशों से भी ग्राहकी बढ सकती है. उन्होंने कहा कि खादी की कीमतों को कम करने के प्रयास करने होंगे. खादी की कीमतें कम होने से उपभोक्ताओं का आकर्षक बढेगा.

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