RBI ने 10,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदा

मुंबई : रिजर्व बैंक ने सोमवार को दूसरे खुले बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये 10,000 करोड़ रुपये की दीर्घकालिक सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदा, जबकि 8,501 करोड़ रुपये की तीन अल्पकालिक प्रतिभूतियों की बिक्री की. केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह ओएमओ के तहत 10,000-10,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूति (जीएस) खरीदने और बेचने की घोषणा की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 30, 2019 9:41 PM

मुंबई : रिजर्व बैंक ने सोमवार को दूसरे खुले बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये 10,000 करोड़ रुपये की दीर्घकालिक सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदा, जबकि 8,501 करोड़ रुपये की तीन अल्पकालिक प्रतिभूतियों की बिक्री की. केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह ओएमओ के तहत 10,000-10,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूति (जीएस) खरीदने और बेचने की घोषणा की थी.

खुले बाजार परिचालन के तहत केंद्रीय बैंक को 6.45 फीसदी प्रतिफल पर सरकारी प्रतिभूति-2029 की खरीद प्रक्रिया में प्रतिभागियों से 25,698 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां प्राप्त हुईं. बैंक ने इनमें से केवल 10,000 करोड़ रुपये की बोलियों को स्वीकार किया. केंद्रीय बैंक को इस बॉन्ड के लिए कुल 285 बोलियां मिलीं, जिसमें से उसने सिर्फ 151 बोलियों को स्वीकार किया.

आरबीआई ने खुले बाजार परिचालन बिक्री के जरिये चार सरकारी प्रतिभूतियों को बेचने की पेशकश की. इसमें 6.65 फीसदी प्रतिफल पर सरकारी प्रतिभूति 2020, 7.80 फीसदी प्रतिफल पर सरकारी प्रतिभूति 2020, 8.27 फीसदी ब्याज पर जीएस 2020 और 8.12 फीसदी प्रतिफल पर जीएस 2020 शामिल हैं.

बिक्री प्रक्रिया में केंद्रीय बैंक को चार प्रतिभूतियों के लिए कुल 38,551 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, लेकिन उसने सिर्फ तीन प्रतिभूतियों के लिए सिर्फ 8,501 करोड़ रुपये की बोलियों को स्वीकार किया है. संख्या के आधार पर केंद्रीय बैंक को 6.65 फीसदी ब्याज पर सरकारी प्रतिभूति 2020 के लिए 27, 7.80 फीसदी ब्याज पर सरकारी प्रतिभूति 2020 के लिए 34 और 8.27 फीसदी प्रतिफल पर जीएस 2020 के लिए 27 बोलियां मिलीं.

हालांकि, बैंक ने क्रमश: 11, 12 और 8 बोलियों को स्वीकार किया. रिजर्व बैंक ने 8.12 फीसदी जीएस 2020 प्रतिभूति के लिए 49 बोलियां मिलीं, लेकिन उसने कोई भी बोली स्वीकार नहीं की. इस विशेष ओएमओ का मकसद नीतिगत दरों में कटौती का लाभ तत्काल उपलब्ध कराना है.

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