प्याज की कीमतें न घटीं, तो रेस्टूरेंट में बैठकर लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाना पड़ सकता है महंगा

मुंबई : रेस्टूरेंट में बैठकर लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाने वालों के लिए एक खबर है और वह यह कि प्याज की कीमतें आपकी रसोई के जायके को तो खराब कर ही रही हैं, मगर अब रेस्टूरेंट में बैठकर चटकारा मारना भी महंगा पड़ सकता है. इसकी वजह यह है कि रेस्टूरेंट चलाने वालों के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 10:10 PM

मुंबई : रेस्टूरेंट में बैठकर लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाने वालों के लिए एक खबर है और वह यह कि प्याज की कीमतें आपकी रसोई के जायके को तो खराब कर ही रही हैं, मगर अब रेस्टूरेंट में बैठकर चटकारा मारना भी महंगा पड़ सकता है. इसकी वजह यह है कि रेस्टूरेंट चलाने वालों के संघ ने इस बात का ऐलान किया है कि अगर प्याज की कीमतों में कमी नहीं आयी, तो वे भी अपने यहां के व्यंजनों की कीमतों में इजाफा कर सकते हैं.

भारतीय होटल और रेस्तरां संघ (आहार) ने शुक्रवार को कहा कि अगर महानगर में प्याज की कीमत जल्द ही 60 रुपये किलो के स्तर पर नहीं आती हैं, तो प्याज से बने व्यंजनों की कीमतें बढ़ानी पड़ सकती है. पिछले कुछ सप्ताह में मुंबई और आसपास के उपनगरीय क्षेत्रों में प्याज 160-170 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है. हालांकि, सोमवार को प्याज की कीमत में 30 फीसदी तक की गिरावट आयी थी. प्याज उत्पादक किसानों ने प्याज की महंगी कीमत का लाभ लेने के लिए थोक बाजारों में अधिक उपज को लाना शुरू किया है.

आहार के अध्यक्ष संतोष शेट्टी ने कहा कि प्याज की कीमतें नीचे की ओर जा रही हैं और मुंबई में इसमें 30 फीसदी तक की कमी आयी है. हम प्याज वाले व्यंजनों के दाम बढ़ाने के बारे में एक सप्ताह से 10 दिन तक का इंतजार करेंगे. आहार रेस्टूरेंट्स का शीर्ष निकाय है. मुंबई के 8,000 से अधिक बड़े और छोटे रेस्तरां इसके सदस्य हैं.

Next Article

Exit mobile version