केरल में बाढ़ राहत के लिए भारतीय काॅरपोरेट जगत ने बढ़ाया मदद का हाथ

नयी दिल्ली : भयावह बाढ़ का सामना कर रहे केरल के लोगों की मदद के लिए भारतीय काॅरपोरेट जगत ने हाथ बढ़ाया है. इसके लिए औद्योगिक प्रतिष्ठान चंदे आदि की घोषणा कर रहे हैं. प्रमुख उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने अपने पूर्व अध्यक्ष कृष गोपालकृष्णन की अध्यक्षता में एक कार्यबल बनाया है. यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2018 7:35 PM

नयी दिल्ली : भयावह बाढ़ का सामना कर रहे केरल के लोगों की मदद के लिए भारतीय काॅरपोरेट जगत ने हाथ बढ़ाया है. इसके लिए औद्योगिक प्रतिष्ठान चंदे आदि की घोषणा कर रहे हैं. प्रमुख उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने अपने पूर्व अध्यक्ष कृष गोपालकृष्णन की अध्यक्षता में एक कार्यबल बनाया है. यह केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कदमों पर राज्य सरकार और जिला प्रशासनों के साथ तालमेल बना कर काम करेगा.

जेएसडब्ल्यू समूह ने केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए एक पहल शुरू की है. कंपनी ने कहा है कि इस पहल के तहत उसके कर्मचारी स्वेच्छा से धन और सामान का योगदान कर सकते हैं. टीवीएस मोटर कंपनी ने केरल के मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये का योगदान दिया है. जेएसडब्ल्यू समूह के आधिकारिक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि केरल में बाढ़ के हालात काफी बिगड़ चुके हैं. एक जिम्मेदार काॅरपोरेट के तौर पर हमने समूह के भीतर एक पहल चलायी है जिसमें हमारे कर्मचारी अपनी इच्छानुसार नकद या सामान के रूप में मदद कर सकते हैं. जितनी मदद हमारे कर्मचारी करेंगे उतनी ही राशि जेएसडब्ल्यू समूह मिलाकर केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भेजेगा.

इसी प्रकार निसान इंडिया ने राज्य के बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए अतिरिक्त आकस्मिक रिपेयरिंग टीमें तैनात की हैं. साथ अतिरिक्त प्रशिक्षित कार्यबल को राज्य में लगाया गया है ताकि वाहनों की रिपेयरिंग तेजी से की जा सके. वहीं, उसने लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम किया है. साथ ही 24 घंटे काम करनेवाली एक विशेष डेस्क बनायी है जो बाढ़ में प्रभावित वाहनों के बीमा दावों का तेजी से निपटान करेगी. सीआईआई का कहना है कि वह विभिन्न सरकारी एजेंसियों और स्थानीय निकायों के साथ संपर्क बनाये हुए हैं. वह हालातों का आकलन कर रही है और प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल आधार पर राहत कार्य चला रही है. केरल में आयी इस भीषण बाढ़ में मई से अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

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