छत्तीसगढ़ के फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में 671 करोड़ का निवेश करेगी बाबा रामदेव की पतंजलि

रायपुर : योग गुरु बाबा रामदेव की पंतजलि छत्तीसगढ़ के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में करीब 671 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. पतंजलि आयुर्वेद समेत तीन कंपनियों के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र में 762 करोड़ रुपये के निवेश के लिए आपसी सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 25, 2017 4:03 PM

रायपुर : योग गुरु बाबा रामदेव की पंतजलि छत्तीसगढ़ के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में करीब 671 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. पतंजलि आयुर्वेद समेत तीन कंपनियों के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र में 762 करोड़ रुपये के निवेश के लिए आपसी सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में रविवार की रात खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्यरत तीन प्रमुख कंपनियों की आेर से राज्य में उद्योग लगाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गये.

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अधिकारियों ने बताया कि कंपनियों के अधिकारियों के अनुसार, इनमें 24 हजार से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे. उन्होंने बताया कि जिन कंपनियों के साथ एमओयू किया गया, उनमें से हरिद्वार की कम्पनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा 671 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए ग्राम बिजेताला (राजनांदगांव) में कृषि और हर्बल प्रसंस्करण पार्क बनाया जायेगा.

इस उद्योग में उनके द्वारा आंवला और एलोविरा जूस तथा टमाटर कैचप और कृषि उपजों पर आधारित विभिन्न खाद्य वस्तुओं का उत्पादन किया जायेगा. कंपनी के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके उद्योग में लगभग 22 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से और 2200 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. करीब 500 एकड़ में बिजेताला गांव में उनके द्वारा यह उद्योग लगाया जायेगा.

पतंजलि आयुर्वेद के मुख्यकार्याधिकारी बालकृष्ण ने बताया कि उनके उद्योग की स्थापना से क्षेत्र के लगभग दो लाख किसानों को फायदा होगा. अधिकारियों ने बताया कि इसी कड़ी में मनोरमा इंडस्टरीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा साल बीज और आम पर आधारित बटर प्रोडक्ट्स का उद्योग 76 करोड़ रुपये की लागत से रसनीउरला गांव में लगाया जायेगा. इसमें 240 लोगों को रोजगार मिलेगा.

वहीं, आकृति स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रायपुर जिले के कोलार गांव में अपने वर्तमान उद्योग का विस्तार करते हुए टोस्ट, ब्रेड और बेकरी उद्योग की स्थापना के लिए 15 करोड़ 80 लाख रुपये का निवेश किया जायेगा. उन्होंने बताया कि तीनों कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों पर छतीसगढ़ सरकार की ओर से वाणिज्य और उद्योग विभाग के विशेष सचिव कमलप्रीत सिंह ने हस्ताक्षर किये. पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की ओर से कंपनी के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण ने मनोरमा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की ओर आशीष श्राफ और आकृति स्नैक्स प्राईवेट लिमिटेड की ओर से आशीष अग्रवाल ने हस्ताक्षर किये.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ में किसानों की आमदनी दोगुनी करने की दृष्टि से खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना से कच्चे माल के रूप में किसानों की फसलों को अच्छा बाजार मिलेगा. इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और आर्थिक स्थिति अधिक बेहतर होगी.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की उद्योग नीति में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गयी है. इन उद्योगों के लिए निवेशकों का स्वागत है. उन्हें हर जरूरी सुविधा दी जायेगी. इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी) के अध्यक्ष छगनलाल मूंदड़ा, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

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