5 लाख लोगों पर रिसर्च करने के बाद लांच हुआ मौत का Online Calculator, जो बताता है व्यक्ति के मरने का सही समय

Risk Evaluation For Support Calculator, Predictions, Death Calculator: एक अजब-गजब आविष्कार हुआ है. जिसके अनुसार अब आपकी मौत होने से पहले ही आपको इस बात की जानकारी हो जाएगी. यह मौत का कैलकुलेटर ऑनलाइन (Online Calculator) काम करता है. अबतक 5 लाख लोगों पर आजमाया जा चुका है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2021 10:28 AM

Risk Evaluation For Support Calculator, Predictions, Death Calculator: एक अजब-गजब आविष्कार हुआ है. जिसके अनुसार अब आपकी मौत होने से पहले ही आपको इस बात की जानकारी हो जाएगी. यह मौत का कैलकुलेटर ऑनलाइन (Online Calculator) काम करता है. अबतक 5 लाख लोगों पर आजमाया जा चुका है.

दरअसल, जी वेबसाइट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल ने हाल ही में प्रकाशित किया था कि एक ऑनलाइन कैलकुलेटर का आविष्कार किया गया है जो अब यह बता देगा कि किसी बुजुर्ग की मौत कब होने वाली है.

भविष्य की जानकारी देने वाले इस कैलकुलेटर को Risk Evaluation for Support: Predictions for Elder-Life in the Community Tool (RESPECT) नाम दिया गया है. यह केवल 6 महीने में होने वाली मौत के बारे में ही बता पाता है.

दरअसल, रिसर्च से संबंधित वैज्ञानिकों की मानें तो व्यक्ति के जीवन में या लाइफस्टाइल में अचानक होने वाले बदलाव अर्थात स्वास्थ्य में आयी गिरावट को ऑनलाइन कैलकुलेट करके यह बुजुर्गों की मौत की सटिक टाइमिंग का अंदाजा लगा पाता है.

ऐसा करने से परिवार वालों को उनकी देखभाल और अच्छे से करने का मौका भी मिल जाता है. ब्रुएरे रिसर्च इंस्टीट्यूट और कनाडा में ओटावा यूनिवर्सिटी के एक रिसर्चर डॉ. एमी सू (Dr Amy Hsu) की मानें तो इससे व्यक्ति को अपने पैरेंट्स पर ध्यान देने का मौका तो मिलता ही है साथ ही साथ. पहले ही काम से छुट्टी लेकर उनके साथ अच्छा स्पेल भी गुजार सकते हैं.

करीब 5 लोगों पर आजमाया गया है मौत का कैलकुलेटर

बड़ी बात यह है कि इस कैलकुलेटर को वैज्ञानिकों ने करीब 4,91,000 से अधिक बुजुर्गों पर आजमाया है. 2013 से 2017 के बीच इन बुजुर्गों की मृत्यु होने की संभावना थी, क्योंकि ये इस दौरान घरेलू देखभाल में थे.

कैसे काम करता है ऑनलाइन कैलकुलेटर

यह ऑनलाइन कैलकुलेटर संबंधीत व्यक्ति को पूर्व में कभी आए स्ट्रोक, हाइपरटेंशन, डायबीटिज जैसी बीमारियां के बारे में पुछताछ करता है. फिर, बुजूर्ग के सोचने-समझने, निर्णय लेने की क्षमता, सांस की तकलीफ, सूजन, उल्टी, अचानक वजन कम होना, भूख न लगना आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करके उसी आधार पर उनकी मृत्यु के समय का आकलन करता है.

Posted By: Sumit Kumar Verma

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