Jharkhand Agriculture News : झारखंड के बोकारो में संताली युवक ने परती जमीन पर लायी हरियाली, मनरेगा से ऐसे बदल रही जिंदगी

Jharkhand Agriculture News : ललपनिया (नागेश्वर) : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत तुलबूल पंचायत के एक संताली युवक लालचन्द सोरेन को पैसे के अभाव में उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाने का काफी मलाल है. कुछ करने की तमन्ना लेकर उन्होंने अपनी एक एकड़ परती जमीन में मनरेगा के तहत आम की बागवानी की. इसके अलावा डैम के निकटवर्ती क्षेत्र में लगभग दो एकड़ जमीन में गेहूं की खेती की. इतना ही नहीं उन्होंने सुकर पालन कर अपने जीवन में आर्थिक समृद्धि लायी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2021 2:47 PM

Jharkhand Agriculture News : ललपनिया (नागेश्वर) : झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत तुलबूल पंचायत के एक संताली युवक लालचन्द सोरेन को पैसे के अभाव में उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाने का काफी मलाल है. कुछ करने की तमन्ना लेकर उन्होंने अपनी एक एकड़ परती जमीन में मनरेगा के तहत आम की बागवानी की. इसके अलावा डैम के निकटवर्ती क्षेत्र में लगभग दो एकड़ जमीन में गेहूं की खेती की. इतना ही नहीं उन्होंने सुकर पालन कर अपने जीवन में आर्थिक समृद्धि लायी.

किसान लालचन्द सोरेन काफी गरीब परिवार से आते हैं. इनके दो भाई शिबू सोरेन व बिरेन्दर सोरेन हैं जो इन्हें सहयोग करते हैं. लालचन्द सोरेन ने वर्ष 2016 में मैट्रिक की परीक्षा पास की. वर्ष 2017 में पिता का निधन हो गया. उसके बाद किसी तरह इंटर प्रथम वर्ष तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद पैसे की कमी खलने लगी, तो वह आगे की पढ़ाई नहीं कर सके.

पढ़ाई छूट जाने से इनका मन काफी विचलित हो गया और आखिरकार वे खेती बारी के कार्यों में जुड़ गये. श्री सोरेन ने कहा कि जब हाथ में ताकत हैं तो बाहर दूसरे प्रदेशों में रोजगार की खातिर पलायन करने से बेहतर खेती बारी कर आत्मनिर्भर बनना है. श्री सोरेन ने 2020 में मनरेगा के तहत रोजगार सेवक विशाल कुमार डे के मार्गदर्शन में एक एकड़ में आम की बागवानी की. इसमें खाली पड़ी जमीन पर प्रखंड द्वारा मिले दिशा निर्देश के तहत आलू , प्याज व टमाटर लगाया.

लालचन्द सोरेन ने दामोदर नदी के तट पर लगभग दो एकड़ परती व बंजर जमीन में गेहूं लगाया. खेती बारी करने के अलावा 2017 में मछली पालन का प्रशिक्षण लिया. सुकर पालन के लिए केसीसी व बैंक से लोन लेने के लिये बैंक का चक्कर काटते-काटते जब थक गये, पर बैंक द्वारा लोन नहीं मिला और किसी ने मदद भी नहीं की, तो अपने पास रखे कुछ पैसे और कुछ पैसे कर्ज लेकर सुकर खरीदा और उसका पालन कर रहे हैं.

कृषि कार्य में लालचंद सोरेन की लगन देख बीडीओ कपिल कुमार ने मनरेगा के तहत सुकर पालन के लिए एक शेड आवंटन करने की बात कही. उन्होंने कृषि विकास के लिए भी और सहयोग करने का आश्वासन दिया. अंचलाधिकारी ओम प्रकाश मंडल ने संताली युवक लालचंद सोरेन को आम बागवानी के लिए भूमि सत्यापित कर बागवानी के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने श्री सोरेन द्वारा खेती कर आत्मनिर्भर बनने पर कहा कि इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेने की जरूरत है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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