यूक्रेन-रूस में युद्ध शुरू! रक्षा, विदेश और संस्कृति मंत्रालय समेत सेना-बैंकों पर सीरियल साइबर अटैक

सीरियल साइबर हमले की वजह से यूक्रेन की कम से कम 10 वेबसाइट बंद हो गईं. इनमें रक्षा, विदेश और संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट शामिल थीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2022 10:24 AM

कीव : रूस ने यूक्रेन पर क्या सही मायने में संभावित हमला कर दिया? हालांकि, अभी तक तो यूक्रेन में रूसी सैनिकों की ओर से गोलीबारी और बम गिराने की खबर नहीं है, लेकिन मीडिया की खबरों की मानें तो यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय, प्रमुख बैंकों और सेना पर मंगलवार को सीरियल साइबर हमला किया गया है. अधिकारियों के हवाले से मीडिया में खबर दी जा रही है कि इस हमले की आड़ में और गंभीर साइबर हमला होने के संकेत अभी तक नहीं मिले हैं.

मीडिया की खबरों के अनुसार, यूक्रेन पर जो सीरियल साइबर हमला किया गया है, उसे तकनीकी भाषा में इसे ‘डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस’ (डीडीओएस) हमला बताया जा रहा है. इसका अर्थ है कि किसी सर्वर को टारगेट कर उस पर इंटरनेट डेटा की बाढ़ कर देना, ताकि सामान्य तौर पर आने वाला डेटा बाधित हो जाए.

यूक्रेन की 10 सरकारी वेबसाइट बंद

सीरियल साइबर हमले की वजह से यूक्रेन की कम से कम 10 वेबसाइट बंद हो गईं. इनमें रक्षा, विदेश और संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट शामिल थीं. इसके अलावा, दो सबसे बड़े सरकारी बैंकों की वेबसाइट भी प्रभावित हुई. इस प्रकार के हमलों में वेबसाइट पर भारी मात्रा में ‘जंक डेटा’ भेजा जाता है, जिससे वेबसाइट नहीं खुलती.

साइबर हमले में ज्यादा नुकसान नहीं

यूक्रेन के वरिष्ठ साइबर रक्षा अधिकारी विक्टर झोरा ने कहा कि इस डीडीओएस हमले से किसी अन्य प्रकार की क्षति होने की सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया दल हमलावरों का संपर्क काटने और सेवाएं बहाल करने में जुटी हैं. नेटवर्क प्रबंधन कंपनी ‘केन्टिक इंक’ में इंटरनेट विश्लेषण के निदेशक डग मडोरी ने कहा कि हमलावरों के निशाने पर यूक्रेन की सेना और बैंक थे.

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रूस का हो सकता है हाथ

यूक्रेन के सूचना मंत्रालय के रणनीतिक संचार और सूचना सुरक्षा केंद्र की ओर से जारी बयान में कहा गया कि निवेशकों रकम को कोई खतरा नहीं है. झोरा ने कहा कि इस हमले से यूक्रेन की सेनाओं की संचार व्यवस्था प्रभावित नहीं हुई. उन्होंने कहा कि हमले के पीछे कौन है, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. मंत्रालय के बयान में कहा गया कि इसमें रूस का हाथ हो सकता है.

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