पाकिस्तान के पीएम शहबाज ने कोर्ट में खुद को बताया ‘मजनू’, जानिए ऐसा क्यों कहा

Pakistan News: पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कोर्ट में खुद को मजनू तक बता डाला. कोर्ट में पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि पंजाब का सीएम रहने के दौरान उन्होंने वेतन तक नहीं लिया और उन्होंने ऐसा मजनू होने के कारण किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2022 6:48 PM

Pakistan News: पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कोर्ट में खुद को मजनू तक बता डाला. अपने खिलाफ दर्ज 16 अरब के पाकिस्तानी रुपये के धनशोधन मामले में शनिवार को एक स्पेशल कोर्ट में पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि पंजाब का सीएम रहने के दौरान उन्होंने वेतन तक नहीं लिया और उन्होंने ऐसा मजनू (Majnoo) होने के कारण किया.

शहबाज और उनके बेटों के खिलाफ दर्ज हुआ था मामला

पाक के पीएम शहबाज शरीफ और उनके बेटों हमजा तथा सुलेमान के खिलाफ संघीय जांच एजेंसी (FAI) ने नवंबर 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धनशोधन रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. हमजा फिलहाल पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हैं. जबकि, सुलेमान फरार है और ब्रिटेन में रह रहा है. इस बीच, अदालत ने शनिवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा की अग्रिम जमानत की अवधि 4 जून तक के लिए बढ़ा दी.

जानें शहबाज ने कोर्ट में क्या कहा…

एफआईए ने अपनी जांच में शहबाज परिवार के कथित 28 बेनामी खातों का पता लगाया है, जिनके जरिए 2008 से 2018 तक 14 अरब रुपये का धनशोधन किया गया. शहबाज ने सुनवाई के दौरान कहा कि मैंने 12.5 साल में सरकार से कुछ नहीं लिया और इस मामले में मुझ पर 25 लाख रुपये के धनशोधन का आरोप है. डॉन अखबार ने उनके हवाले से कहा है कि ईश्वर ने मुझे इस देश का प्रधानमंत्री बनाया है. मैं एक मजनू यानि नासमझ हूं और मैंने अपना कानूनी अधिकार, अपना वेतन तथा लाभ नहीं लिया था.

पहली बार 1997 में पंजाब के सीएम बने थे शहबाज

शहबाज पहली बार 1997 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे. उस वक्त उनके भाई नवाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री थे. वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा नवाज शरीफ सरकार को अपदस्थ किए जाने के बाद शहबाज ने परिवार के साथ 2007 में पाकिस्तान लौटने से पहले सऊदी अरब में 8 साल निर्वासन में बिताए थे. वह 2008 में दूसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने और 2013 में तीसरी बार सत्ता में आए.

मेरे परिवार को 2 अरब का हुआ नुकसान: शहबाज

अदालत से शहबाज ने कहा कि मेरे परिवार को मेरे फैसले के कारण दो अरब रुपये का नुकसान हुआ. मैं आपको हकीकत बता रहा हूं. जब मेरे बेटे का इथेनॉल उत्पादन संयंत्र स्थापित किया जा रहा था, तब भी मैंने इथेनॉल पर शुल्क लगाने का फैसला किया. उस फैसले के कारण मेरे परिवार को सालाना 80 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. शहबाज के वकील ने दलील दी कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार द्वारा दर्ज कराया गया धनशोधन का मामला राजनीति से प्रेरित और दुर्भावनापूर्ण इरादों पर आधारित है.

शहबाज पर लगातार हमलावर है इमरान

पिछले महीने प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ होने के बाद से इमरान खान धनशोधन के आरोपों पर अपने उत्तराधिकारी को लगातार निशाना बना रहे हैं और उन्होंने शहबाज को बेहद भ्रष्ट व्यक्ति करार दिया है क्रिकेटर से नेता बने 69 वर्षीय खान ने शहबाज को अपराध मंत्री करार दिया है और कहा है कि आयातित सरकार को घर भेजने के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा.

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