इमरान खान और बुशरा बीबी की शादी शरिया कानून के खिलाफ? निकाह कराने वाले मौलवी का दावा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और बुशरा बीबी का निकाह कराने वाले मौलवी मुफ्ती ने दावा किया है कि उनकी शादी इस्लामिक शरिया कानून का पालन नहीं करती. दरअसल मुहम्मद हनीफ की याचिका पर इस्लामाबाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान मौलवी ने इस बात का खुलासा किया.

By ArbindKumar Mishra | April 13, 2023 3:50 PM

पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. एक मौलवी ने दावा किया है कि इमरान-बुशरा की शादी शरिया कानून के मुताबिक नहीं हुआ.

मौलवी मुफ्ती सईद का दावा, इमरान-बुशरा की शादी गैरकानूनी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और बुशरा बीबी का निकाह कराने वाले मौलवी मुफ्ती ने दावा किया है कि उनकी शादी इस्लामिक शरिया कानून का पालन नहीं करती. दरअसल मुहम्मद हनीफ की याचिका पर इस्लामाबाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान मौलवी ने इस बात का खुलासा किया.

मौलवी का दावा, जिस समय इमरान की शादी हुई थी, उस समय बुशरा बीबी इद्दत अवधि में थी

मौलवी ने दावा किया है कि इमरान खान की जब शादी हो रही थी, उस समय बुशरा बीबी इद्दत अविध में थीं. दरअसल जब पति की मृत्यु हो जाती है या फिर तलाक हो जाता है, तो मुस्लिम महिलाओं को कुछ दिन के लिए प्रतीक्षा अवधि में रहना पड़ता है. यानी इस दौरान महिला किसी दूसरे पुरुष से शादी नहीं कर सकती है. इस अवधि का शोक के रूप में मनाया जाता है.

Also Read: इमरान खान क्यों कर रहे तालिबान की पैरवी, दुनिया से कर दी मान्यता देने की अपील

2018 में हुई थी इमरान और बुशरा बीबी के बीच शादी

मालूम हो पूर्व पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और बुशरा बीबी के बीच 2018 में शादी हुई थी. एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार मौलवी ने बताया, उसे 2018 में रक्षा आवास प्राधिकरण लाहौर में शादी की रस्म पूरा कराने के लिए बुलाया गया था.

तोशाखाना मामले में फंसे हैं इमरान खान

गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तोशाखाना मामले में बुरी तरह फंस गये हैं. पाकिस्तान में तोशाखाना एक सरकारी विभाग है, जहां अन्य सरकारों के प्रमुखों, विदेशी हस्तियों द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दिए गए उपहारों को रखा जाता है. इमरान खान पर तोशाखाने में रखे गए तोहफों (जिसमें उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री होने के नाते मिली एक महंगी घड़ी भी शामिल है) को कम दाम पर खरीदने और फिर उन्हें बेचकर लाभ कमाने का आरोप है.

Next Article

Exit mobile version