लंदन से इस्तांबुल और तुर्की के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी

* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन सेइस्तांबुल और तुर्की के लिए रवाना हो गये. *जगुआर लैंड रोवर के फैक्ट्री पहुंचे मोदी, अधिकारियों से की मुलाकात * प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर मेमोरियल का उद्धाटन किया. उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी मौजूद थे. * लंदन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिटेनदौरे के आखिरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2015 4:11 PM
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन सेइस्तांबुल और तुर्की के लिए रवाना हो गये.
*जगुआर लैंड रोवर के फैक्ट्री पहुंचे मोदी, अधिकारियों से की मुलाकात
* प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंबेडकर मेमोरियल का उद्धाटन किया. उनके साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी मौजूद थे.
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लंदन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिटेनदौरे के आखिरी दिन भगवान बसावेश्वर की मूर्ति का अनावरण किया. भगवान बसावेश्वर 12वीं सदी के दार्शनिक और समाज सुधारक थे जिन्होंने, दासिता और जातिवाद से लड़ाई लड़ी. प्रधानमंत्री ने उनकी प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा, 12वीं शताब्दी में सदन जैसे व्यवस्था की शुरूआत उन्होंने ही की थी. वह हर वर्ग के लोगों के लिए काम करते थे. 12वीं शताब्दी में वह महिलाओं के विकास के लिए, गरीबों के हितों के लिए सोचते थे. मुझे यहां( लंदन में) कई पुरानी चीजें दिखायी गयी. उनके विचारों को बताया गया.
लेकिन भगवान बसावेश्वर इन सब से पहले कई महान विचार समाने रखे थे. वह कर्मयोगी थे वह कर्म में विश्वास करते थे. कर्म से कैलाश की चर्चा भी वही करते थे. लोकतंत्र में जिनका विश्वास है उनके लिए भगवान बसावेश्वर प्रेरणा बने रहेंगे ऐसा विश्वास करता हूं. भगवान बसावेश्व ने लोकतांत्रिक मूल्यों की बात कही थी ऐेसे व्यक्ति की प्रतिमा का अनावरण कर रहा था, तो मेरे दिल में बहुत खुशी हो रही थी. प्रधानमंत्री ने कहा, हर प्रांत में हर समाज में बुराइयां प्रवेश करती है. उसी समय समाज के भीतर से इस तरह के भगवान पैदा होते है जो समाज की बुराइयों के खिलाफ लड़ते हैं भगवान बसावेश्वर भी उसी बुराई के खिलाफ लड़ते थे.
मैं आज इस मौके पर उन्हें कोटि- कोटि वंदन करता हूं उनके विचार लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करेंगे और विश्व उनके महत्व को समझेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में हुए हमले पर भी दुख जताते हुए कहा, मुझे बेहद दुख हुआ कि पेरिस में हमला हुआ यह हमला सिर्फ पेरिस पर नहीं मानवता पर है. हमें इस तरह के हमलों से निपनटे के लिए एकजुट होना होगा. जल्द से जल्द यूएन आतंकवाद की परिभाषा यूएन करे. इसमें समय ना बिताए.