ब्रिटिश संसद को संबोधित करने वाले पहले PM

नयी दिल्ली/लंदन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ब्रिटिश संसद को संबोधित करने पहुंचे. उनके संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलता और उनके कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी . इस संबोधन की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा, मैं लंदन में आकर बेहद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 12, 2015 9:22 PM
नयी दिल्ली/लंदन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ब्रिटिश संसद को संबोधित करने पहुंचे. उनके संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलता और उनके कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी . इस संबोधन की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा, मैं लंदन में आकर बेहद खुश हूं. मुझे गौरव महसूस हो रहा है कि मैं ब्रिटिश संसद को संबोधित कर रहा हूं मैं जानता हूं कि इस वक्त सदन का सत्र नहीं चल रहा है और कैमरुन आराम से हैं. उनके चेहरे पर कोई तनाव नजर नहीं आ रहा है.
मैं चुनाव के बाद जीत कर आये लोगों को शुभकामनाएं देता हूं. मैं उन भारतीय लोगों को भी शुभकामनाएं देता हूं जिनके कारण मैं यहां आपको संबोधित कर रहा हूं. भारतीय मूल के लोग भी इस संसद में है. भारत में स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाले और कई महत्वपूर्ण पद पर रहे लोग यहां से पढ़कर गये हैं.
आधुनिक भारत को बनाने वाले भी यहीं से पढ़कर गये हैं. जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह जैसे लोग इसमें शामिल है. हम दोनों को ही महात्मा गांधी के विचारों को समझने उसे लागू करने का मौका मिला है. ब्रटिश सदन के बाहर गांधी की मूर्ति इसका प्रतिक है. गांधी को ब्रिटने में भी सम्मान मिला है. लंदन में दुनियाभर की विविधता है. हम दोनों देशों में कई चीजें एक जैसी है भारत के कई लोग यहां रहते हैं. भारत के लोग दूसरे ज्यादा से ज्यादा इंग्लैंड में निवेश करते हैं इसका कारण यहां का माहौल है जो उनका स्वागत करता है. भारत के विद्यार्थियों के लिए इंग्लैंड अच्छी जगह रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के संबंध में जानकारी देते हुए विदेश सचिव एस. जयशंकर ने मंगलवार को जानकारी दी थी कि नरेन्द्र मोदी ब्रिटिश संसद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन दिन की ब्रिटेन यात्रा पर हैं. जिसके दौरान वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ आतंकवाद, रक्षा और जलवायु परिवर्तन सहित विभिन्न पहलुओं पर वर्ता की हालांकि अभी इन मुद्दों पर और गंभीरता से और विस्तार से चर्चा होगी

Next Article

Exit mobile version