चीन के सरकारी मीडिया का दावा, नेपाल के नये प्रधानमंत्री चीन समर्थक

बीजिंग: चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार नेपाल के नये प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ‘चीन समर्थक’ हैं और नेपाल के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बावजूद कम्युनिस्ट राष्ट्र के साथ करीबी रिश्ते बनाकर रख सकते हैं.... सरकारी ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, ‘‘मोदी ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2015 7:21 PM

बीजिंग: चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार नेपाल के नये प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ‘चीन समर्थक’ हैं और नेपाल के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बावजूद कम्युनिस्ट राष्ट्र के साथ करीबी रिश्ते बनाकर रख सकते हैं.

सरकारी ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, ‘‘मोदी ने सत्ता में आने के बाद से पडोसी देशों के साथ दोस्ताना रिश्ते विकसित करने के प्रयास किये हैं. इससे दक्षिण एशियाई देशों का कूटनीतिक परिदृश्य बदला है.’ ‘नेपाल वार्म्स टुवर्ड चाइना एज न्यू बीजिंग-फ्रेंडली कोलिशन टेक्स पॉवर’ शीर्षक से प्रकाशित आलेख में लिखा है, ‘‘भारत से दूरी रखने के बजाय वे :दक्षिण एशियाई देश: धीरे धीरे भारत और चीन के बीच संतुलन की ओर बढ रहे हैं. नेपाल व्यापक क्षेत्रीय माहौल का सामना कर रहा है. इसके बावजूद ओली की सरकार में काठमांडो बीजिंग के साथ करीबी संबंध रख सकता है.’ नेपाल में नई सरकार के काबिज होने के महज पांच दिन बाद लिखे इस लेख में कहा गया है कि नेपाली कांग्रेस पार्टी की अगुवाई वाली पिछली गठबंधन सरकार को परंपरागत रुप से भारत-समर्थक समझा जाता था, वहीं ओली चीन-समर्थक हैं.
लेख के मुताबिक, ‘‘कई नेपाली बहुत मित्रवत हैं और बीजिंग के साथ सहयोग करना चाहते हैं. ओली की सरकार में काठमांडो बीजिंग के साथ करीबी संबंध रख सकता है जिससे दोनों देशों को फायदा होगा।’ सरकारी बीजिंग इंटरनेशनल स्टडीज यूनीवर्सिटी के भारत अध्ययन केंद्र में कार्यकारी निदेशक शू लियांग के लिखे लेख के अनुसार, ‘‘सीपीएन के सत्ता में आने से पहले तक नेपाल में अधिकतर एनसीपी का शासन रहा जो नई दिल्ली का उत्साह से अनुसरण करती थी वहीं बीजिंग के प्रति निरत्साहित रही। हालांकि सीपीएन ने सत्ता में आने के इतने कम समय में भारत और चीन के प्रति देश का रवैया बदल दिया है.’