31 लडकों का दैहिक शोषण वाले मलेशियाई नागरिक को 30 साल की सजा

सिंगापुर : मलेशिया के 31 वर्षीय एक व्यक्ति को सिंगापुर में तीन साल की अवधि में 31 लडकों से यौन शोषण करने के मामले में 30 साल के कारावास और 24 बेंत मारे जाने की सजा दी गई है. यह सिंगापुर में इस तरह के अपराध का सर्वाधिक घृणित मामला है.अदालत ने चीनी मूल के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2015 12:10 PM

सिंगापुर : मलेशिया के 31 वर्षीय एक व्यक्ति को सिंगापुर में तीन साल की अवधि में 31 लडकों से यौन शोषण करने के मामले में 30 साल के कारावास और 24 बेंत मारे जाने की सजा दी गई है. यह सिंगापुर में इस तरह के अपराध का सर्वाधिक घृणित मामला है.अदालत ने चीनी मूल के मलेशियाई इंजीनियर याप वेंग वाह पर एक नाबालिग के साथ हुए यौन शौषण के मामले में 12 आरोप में दोषी ठहराया गया.

इस मौके पर अदालत में उसकी मां, दो छोटे भाई-बहन एवं चाची मौजूद थी. स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एक नाबालिग के साथ किये गये दैहिक शोषण के 63 अन्य आरोपों और एक बच्चे को अश्लील कृत्य करने के लिए प्रेरित करने के मामले पर अदालत द्वारा बाद में उस समय विचार किया जाएगा जब पहले मामले में सजा सुनायी जाएगी. याप ने 11 से 15 साल की उम्र के बच्चों से ऑनलाइन संपर्क कर उनका दैहिक शोषण किया.

यह मामला तब प्रकाश में आया, जब पीडितों में से एक लडके ने जून 2012 में पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई. उसे (याप) सितंबर 2012 में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने याप के घर से प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर 31 पीडितों का पता लगाया था. याप को इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल हेल्थ द्वारा ‘हेबेफीलिया’ नामक बीमारी से पीडित पाया है. इस बीमारी से पीडित व्यक्ति यौन संबंध रखने के लिए 11 से 14 साल की उम्र के बच्चों को वरीयता देता है.

रिपोर्ट में याप का हवाला देते हुए कहा गया है, ‘सभी पीडितों एवं उनके परिवारों के प्रति मुझे वास्तव में खेद है. मैंने जो कुछ भी किया, उसके लिए मैं बहुत शर्मिंदा हूं और इसके लिए माफी मांगता हूं. काश, मैं गुजरे वक्त को लौटा पाता और वो नुकसान नहीं होता जो मैंने किया.’

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