चीन की सेना ने अपनी पहली हवाई एंबुलेंस सेवा शुरू की

बीजिंग : सीमा पर सेना, नौसैनिक अभियानों और विदेशों में शांति मिशन के दौरान घायल सैनिकों को बाहर निकालने के लिए चीन ने पहली सैन्य हवाई एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की है. सरकारी पीपुल्स डेली ने खबर दी है कि चीन के सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के लॉजिस्टिक सपोर्ट डिपार्टमेंट के तहत मिलिटरी ट्रांसपोर्टेशन इंस्टीट्यूट ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 31, 2016 3:36 PM

बीजिंग : सीमा पर सेना, नौसैनिक अभियानों और विदेशों में शांति मिशन के दौरान घायल सैनिकों को बाहर निकालने के लिए चीन ने पहली सैन्य हवाई एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की है. सरकारी पीपुल्स डेली ने खबर दी है कि चीन के सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के लॉजिस्टिक सपोर्ट डिपार्टमेंट के तहत मिलिटरी ट्रांसपोर्टेशन इंस्टीट्यूट ने चीन के पहले हवाई एंबुलेंस के महीने भर तक का अंतिम पर्यावरणीय मानक परीक्षण को पूरा कर लिया है. इस एंबुलेंस को संयुक्त रूप से सेना-नागरिक सहयोग से बनाया गया है.

खबर में बताया गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों द्वारा अदन की खाडी में नौसेना इस्कॉर्ट मिशन जैसे सीमा पार सैन्य अभियान चलाए जाने, अंतरराष्ट्रीय शांति और संयुक्त सैन्य अभ्यास किए जाते हैं जिससे इसके अपने हवाई एंबुलेंस की आवश्यकता है. अभी तक इसे अपने जख्मी और बीमार सैनिकों की सहायता के लिए असैन्य विमानन पर निर्भर रहना पडता था.

ट्रांसपोर्टेशन ब्यूरो ने इमरजेंसी टरीटमेंट सेंटर ऑफ रेड क्रॉस ऑफ चाइना, बीजिंग शाखा के साथ जून 2016 में एक समझौता किया ताकि पीएलए के बीमार और जख्मी सैनिकों को बचाया जा सके. इसने कहा कि पिछले महीने ट्रांसपोर्टेशन ब्यूरो का विशेष चिकित्सा विमान दक्षिण सूडान से चीन के गंभीर रूप से जख्मी दो शांति सैनिकों को लगातार 18 घंटे तक उड़ान भरकर वापस चीन लाया था. खबर में बताया गया कि जख्मी सैनिकों को सीमा पार से वापस लाने का यह पहला अभियान था.

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