अब चूहों की मदद से जीका वायरस का इलाज, एंटीबॉडीज की पहचान की गई

वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने चूहों में छह जीका वायरस एंटीबॉडीज की पहचान की है जिसकी मदद से जीका वायरस के संक्रमण से बचने के लिए टीका, बेहतर उपचार और संभवत: नये उपचार की खोज की जा सकती है. शोधकर्ताओं ने चूहों पर परीक्षण कर एंटीबॉडीज की पहचान की है. इस शोध से गर्भवती महिलाओं को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 28, 2016 3:39 PM

वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने चूहों में छह जीका वायरस एंटीबॉडीज की पहचान की है जिसकी मदद से जीका वायरस के संक्रमण से बचने के लिए टीका, बेहतर उपचार और संभवत: नये उपचार की खोज की जा सकती है. शोधकर्ताओं ने चूहों पर परीक्षण कर एंटीबॉडीज की पहचान की है. इस शोध से गर्भवती महिलाओं को जीका वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए उपचार की तलाश की जा सकती है. वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के माइकल एस डायमंड और डेविड एच फ्रेमोंट के नेतृत्व वाली टीम ने इस शोध को अंजाम दिया है.

एंटीबॉडीज की पहचान होने से जीका वायरस के संक्रमण से बचने के लिए टीका बनाने की राह आसान हो सकती है. शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि इनमें से दो नये जीका एंटीबॉडीज, चूहों को संक्रमण से बचा सकते हैं. वर्तमान में जीका वायरस के संक्रमण का कोई उपचार नहीं है और इससे सबसे ज्यादा खतरा उन महिलाओं को रहता है जो गर्भवती रहने के दौरान इससे संक्रमित हो जाती हैं. इसकी वजह से उनके बच्चों में कई तरह की विषमताएं होने का खतरा बना रहता है.

Next Article

Exit mobile version