मध्यम वर्ग सब्सिडी नहीं, सर्विस चाहता है : अरुण जेटली
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश करने के बाद लोकसभा टीवी को इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अधिक पैसा कमाया और खर्च भी किया. जिन क्षेत्रों में जरूरत थी हमने खर्च किया. राजकोषीय घाटा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूपीए ने […]
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश करने के बाद लोकसभा टीवी को इंटरव्यू दिया. इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अधिक पैसा कमाया और खर्च भी किया. जिन क्षेत्रों में जरूरत थी हमने खर्च किया. राजकोषीय घाटा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूपीए ने राजकषीय घाटे को नियंत्रित करने के लिए बड़ी मात्रा में खर्चों की कटौती की थी लेकिन हमने ऐसा नहीं किया.
उन्होंने कहा कि दो बातें महत्वपूर्ण है – राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करना व आधारभूत संरचना पर खर्च करना. हमने राजकोषीय घाटे को न सिर्फ नियंत्रित किया बल्कि बहुत से क्षेत्रों में खर्च भी किया.अरुण जेटली ने कहा कि 2 लाख करोड़ रुपये अधारभूत संरचना के लिए खर्च किया जाना चाहिए. समाज के कमजोर तबकों के लिए एलपीजी सब्सिडी है. मध्य वर्ग के लिए भी कई रियायतें हैं. निम्न तबके और मध्य वर्ग के लोगों को इस बजट से राहत मिलेगी.
सिगरेट में ज्यादा टैक्स के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पर्यावरण के लिए हानिकारक चीजों पर हमने टैक्स बढ़ाया. बजट बहुत संतुलित है और इसमें हर पक्ष का ध्यान रखने की कोशिश की गयी है. मध्यम वर्ग के लोगों के बारे में बात कहते हुए उन्होंने कहा कि मीडिल क्लास को सर्विस नहीं सब्सिडी चाहिए. जेटली ने कहा कि जो लोग एसी चलाते है, उन्हें सब्सिडी की क्या जरूरत है. बैंकों की सेहत के बारे में बात करते हुए जेटली ने कहा कि बैकों के बैलेंस शीट को मजबूत करने पर ध्यान दिया गया है. बैंकों में 25,000 करोड़ की पूंजी डाला गया है.