डायनासोर का जीवाश्म मिला

टोरंटो : कनाडा में शुतुरमुर्ग की तरह के डायनासोर के जीवाश्म अवशेष का पता लगाया गया है. इस अवशेष में पूंछ पर पंख और कोमल उत्तक भी संरक्षित हैं. यह खोज निश्चित रुप से डायनासोर और आज की चिडियों के बीच के संबंध पर प्रकाश डालेगी. अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि यह खोज तापमान के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2015 3:58 PM

टोरंटो : कनाडा में शुतुरमुर्ग की तरह के डायनासोर के जीवाश्म अवशेष का पता लगाया गया है. इस अवशेष में पूंछ पर पंख और कोमल उत्तक भी संरक्षित हैं. यह खोज निश्चित रुप से डायनासोर और आज की चिडियों के बीच के संबंध पर प्रकाश डालेगी. अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि यह खोज तापमान के साथ शुतुरमुर्ग और एमू के अलावा डायनासोरों में आए बदलावों पर प्रकाश डालती है. अलबर्टा विश्वविद्यालय में जीवाश्म विज्ञान के स्नातक के छात्र आरोन वान डेर रीस्त ने कहा कि पूंछ पर पंख कैसा दिखता है, इसका पता चल गया है.

यह संरक्षित त्वचा पर इस प्रकार की पहली रिपोर्ट है. गैर पक्षी डायनासोर पर यह इससे पहले कभी नहीं देखा गया. वान डेर रीस्त ने कहा कि शुतुरमुर्ग तापमान के अनुकूलन के लिए नंगी त्वचा का उपयोग करते हैं. उन्होंने बताया ‘‘वास्तव में इस समूह के जानवरों को ‘आर्निथोमिमिडस” कहा जाता है जिन्हें आम तौर पर ‘ओस्टरिकमिमिक्स’ के रुप में जाना जाता है.” हालांकि संरक्षित पंख संघनन के कारण बेहद विरुपित स्थिति में है लेकिन इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोपी से स्कैन करने पर पूंछ पर के पंख और शरीर पर तीन आयामी केरातिन संरचना का पता चलता है.

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