अपने अंदर छिपी उस प्रतिभा को पहचानें

दक्षा वैदकर एक बार की बात है. किसी शहर में एक लड़का रहता था, जो बहुत गरीब था. मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से वह दो वक्त का खाना जुटा पाता था. एक दिन वह किसी बड़ी कंपनी में चपरासी की जॉब के लिए इंटरव्यू देने गया. बॉस ने उसे देख कर उसे काम दिलाने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 21, 2015 2:24 AM
दक्षा वैदकर
एक बार की बात है. किसी शहर में एक लड़का रहता था, जो बहुत गरीब था. मेहनत मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से वह दो वक्त का खाना जुटा पाता था. एक दिन वह किसी बड़ी कंपनी में चपरासी की जॉब के लिए इंटरव्यू देने गया. बॉस ने उसे देख कर उसे काम दिलाने का भरोसा जताया.
बॉस ने पूछा- ‘तुम्हारी इमेल आइडी क्या है’? इस पर लड़के ने मासूमियत से कहा कि उसके पास इमेल आइडी नहीं है. यह सुनकर बॉस ने उसे बड़ी घृणा की दृष्टि से देखा और कहा कि आज दुनिया इतनी आगे निकल गयी है और एक तुम हो कि इमेल आइडी तक नहीं है. मैं तुम्हें नौकरी पर नहीं रख सकता.
यह सुन कर लड़के के आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची. उस समय उसकी जेब में महज 50 रु पये थे. उसने उन 50 रु पयों से 1 किलो सेब खरीद लिया और घर-घर जा कर उन सेबों को बेचने लगा.
ऐसा करके उसने 80 रु पये जमा कर लिये. अब तो लड़का रोज सेब खरीदता और घर-घर जाकर बेचता. सालों तक यही सिलसिला चलता रहा. लड़के की कठिन मेहनत रंग लायी और एक दिन उसने खुद की कंपनी खोली, जहां से विदेशों में सेब सप्लाई किये जाते थे. उसके बाद लड़के ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और जल्दी ही उसने बड़े पैमाने पर अपना बिजनेस फैला दिया और एक सड़क छाप लड़का देखते ही देखते अरबपति बन गया.
कुछ मीडिया वाले लड़के का इंटरव्यू लेने आये और अचानक किसी ने पूछ लिया- ‘सर आपकी इमेल आइडी क्या है’? लड़के ने कहा- ‘नहीं है.’ यह सुनकर वहां मौजूद सभी लोग चौंक गये कि एक अरबपति आदमी के पास ‘इमेल आइडी’ तक नहीं है. लड़के ने हंस कर जवाब दिया- ‘मेरे पास इमेल आइडी नहीं है, इसीलिए मैं अरबपति हूं, अगर होती, तो मैं आज एक चपरासी होता. ’
दोस्तों, इसीलिए कहा जाता है कि हर इंसान के अंदर कुछ न कुछ खूबी जरूर होती है. भीड़ के पीछे भागना बंद करो और अपने टैलेंट और स्किल को पहचानो. दूसरों से अपनी तुलना मत करो. जो कुछ तुम्हारे पास है उसे लेकर आगे बढ़ो.
बात पते की..
– अगर कोई नौकरी आपको नहीं मिलती, तो उदास न हों. आपकी किस्मत में इससे बेहतर कुछ लिखा है. उस रास्ते को खोजने में जुट जायें.
– ईश्वर हर इंसान में ऐसी प्रतिभा जरूर देता है, जिससे वह आगे बढ़ सकता है. हमें बस अपने अंदर छिपी उस प्रतिभा को पहचानना है.

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