अब ताले में नहीं रहेंगे कैदी

मुजफ्फरपुर: दो दिनों से लगातार आ रहे भूकंप के झटके को देखते हुए शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में कैदियों के वार्ड में तालाबंदी नहीं करने का निर्णय लिया गया है. सभी वार्ड में बंदी तो रहेंगे, लेकिन उनके वार्ड में तालाबंदी करने के बजाय सिर्फ कुंडी लगायी जायेगी. अगर भूकंप के झटके महसूस होते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 27, 2015 9:32 AM

मुजफ्फरपुर: दो दिनों से लगातार आ रहे भूकंप के झटके को देखते हुए शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में कैदियों के वार्ड में तालाबंदी नहीं करने का निर्णय लिया गया है. सभी वार्ड में बंदी तो रहेंगे, लेकिन उनके वार्ड में तालाबंदी करने के बजाय सिर्फ कुंडी लगायी जायेगी.

अगर भूकंप के झटके महसूस होते हैं तो कैदी वार्ड का दरवाजा खोल जेल परिसर में निकल सकते हैं. केंद्रीय जेल अधीक्षक ई जितेंद्र कुमार ने कहा कि भूकंप की आशंका को देखते हुए कैदियों की सुरक्षा के लिए अगले तीन दिनों तक के लिए यह निर्देश जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि कैदियों की सुरक्षा के लिए जो कंट्रोल रूम बनाया गया है उसमें डॉक्टर, एंबुलेंस के चालक और कंपाउडर की 24 घंटे की ड्यूटी लगायी गयी है. किसी भी तरह की आपात स्थिति होने पर तुरंत सूचना प्रकाशित करने का भी निर्देश दिया गया है.

छह घंटे पर डय़ूटी बदलने का निर्देश

जेल के सुरक्षाकर्मी की डय़ूटी अब तीन घंटा के बदले छह घंटा कर दी गयी है. संतरी से लेकर सिपाही तक जेल की डय़ूटी में लगाये गये हैं. जेल प्रशासन की ओर से सुरक्षाकर्मी की खाने की व्यवस्था जेल में ही कर दी गयी है. केंद्रीय जेल अधीक्षक ने कहा कि हर घंटे वह भी जेल के अंदर गश्त करेंगे. उन्होंने कहा कि नक्सलयी भी सेल में बंद नहीं जायेंगे. 56 सुरक्षाकर्मी की डय़ूटी एक साथ करने के निर्देश दिये गये हैं. इसमें सेल से लेकर वार्ड तक सभी गश्त करेंगे.

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