पटना बम ब्लास्ट में आरोपित सोनू को पीएलएफआइ का संरक्षण!

बिहारशरीफ : खबर है कि पटना की बहादुरपुर बम ब्लास्ट के मास्टर माइंड सोनू को पीएलएफआइ का संरक्षण प्राप्त हो सकता है.वह इन दिनों झारखंड के जंगली इलाके में डेरा जमाये हुए हैं. उसकी गिरफ्तारी को लेकर पटना व नालंदा पुलिस प्रयासरत है. पुलिस सोनू के झारखंड में शरण लिये जाने की बात तो दबी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 19, 2015 8:39 AM
बिहारशरीफ : खबर है कि पटना की बहादुरपुर बम ब्लास्ट के मास्टर माइंड सोनू को पीएलएफआइ का संरक्षण प्राप्त हो सकता है.वह इन दिनों झारखंड के जंगली इलाके में डेरा जमाये हुए हैं.
उसकी गिरफ्तारी को लेकर पटना व नालंदा पुलिस प्रयासरत है. पुलिस सोनू के झारखंड में शरण लिये जाने की बात तो दबी जुबान से स्वीकार करती है,लेकिन पीएलएफआइ से उसके रिश्तों पर स्पष्ट सहमति देने से बच रही है. बताया जाता है कि घटना के दो दिन बाद सोनू हिलसा अनुमंडल स्थित अपने घर आया था,उसने अपनी मां से भेंट भी की थी.सोनू के घर आने की भनक के बाद जांच एजेंसियां व नालंदा पुलिस सोनू के परिजनों पर कई तरह के सवाल दागे थे.
तकनीकी रूप से मजबूत है सोनू
करीब बीस वर्ष का युवक सोनू तकनीकी जानकारी भी रखता है.घटना के 24 घंटे बाद उसने अपने सभी सिम कार्ड को ब्लॉक कर दिया.बताया जाता है कि वह आठ सिम कार्ड का प्रयोग कर अपनों से बात किया करता था.उसकी गिरफ्तारी को लेकर जांच एजेंसियों ने जब उसके सभी सिम को सर्विलांस पर लिया तो सभी अयोग्य पाये गये.यह स्थिति अभी तक बनी हुई है.
पटना पुलिस ने नहीं जारी किया सोनू का स्केच
पटना की बहादुरपुर बम ब्लास्ट के बीस दिन बीत जाने के बाद भी पटना पुलिस ने मामले में नामित सोनू का स्केच अभी तक नहीं जारी किया गया है.पटना पुलिस चाहे तो ऐसा कर सकती है.
कौन है छोटू,अभी तक नहीं है पुलिस को जानकारी
इसी कड़ी से जोड़ा गया छोटू नामक युवक के संबंध में किसी तरह की कोई ठोस जानकारी नहीं होने की बात बतायी जा रही है.नालंदा के एक वरीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहादुरपुर बम ब्लास्ट की जिम्मेवारी अभी तक किसी प्रतिबंधित संगठनों ने नहीं ली है.बम ब्लास्ट का ताना-बाना बुनने वाले कुंदन के बयान के आधार पर ही पुलिस सोनू व छोटू की तलाश कर रही है.

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