केवल डिग्री ही मायने नहीं रखती

दक्षा वैदकर एक व्यापारी को एक क्लर्क की आवश्यकता थी. उसने क्लर्क के पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन दिया. उसे कई आवेदन प्राप्त हुए. उसने 12 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया. व्यापारी ने एक-एक करके उन्हें कमरे में बुलाया और अंत में एक अभ्यर्थी का चयन किया. उस व्यापारी का मित्र भी साक्षात्कार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 25, 2015 12:55 AM

दक्षा वैदकर

एक व्यापारी को एक क्लर्क की आवश्यकता थी. उसने क्लर्क के पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन दिया. उसे कई आवेदन प्राप्त हुए. उसने 12 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया. व्यापारी ने एक-एक करके उन्हें कमरे में बुलाया और अंत में एक अभ्यर्थी का चयन किया. उस व्यापारी का मित्र भी साक्षात्कार कक्ष में मौजूद था.

उसे यह देख कर आश्चर्य हुआ कि जिस लड़के का चयन हुआ, वह अन्य लड़कों की तुलना में उतना योग्य नहीं था. उसने अपने मित्र से प्रश्न किया- तुमने इस लड़के को ही क्यों चुना?

वह तो हाइस्कूल भी पास नहीं है और इस नौकरी के लिए कम पढ़ा-लिखा है? व्यापारी ने उत्तर दिया- तुम सही कह रहे हो कि यह लड़का हाइ स्कूल भी उत्तीर्ण नहीं है, लेकिन तुम यह गलत कह रहे हो कि उस लड़के के पास इस नौकरी के लायक योग्यता नहीं है. वास्तव में वह बहुत योग्य है.

व्यापारी ने आगे कहा-सबसे पहले जब उसने कमरे में प्रवेश किया, तो अंदर आने के बाद उसने आहिस्ता से दरवाजे को बंद किया. उसका यह व्यवहार दर्शाता है कि वह सावधान और चिंतनशील व्यक्ति है और दूसरों की भावनाओं का ख्याल रखता है.

फिर उसने जमीन पर पड़ी किताब को उठाकर मेज पर रखा. ऐसा करने का मतलब यह है कि वह अपने सामान के साथ ही दूसरों की कद्र करना भी जानता है. इसके अलावा उसने अपने बाल ठीक तरह से जमाये हुए थे और कपड़े पुराने होने के बावजूद साफ और व्यवस्थित थे. मतलब वह सफाई पसंद और ईमानदार व्यक्तित्व का धनी है. जब हमने उससे एक सवाल पूछा और उसे उसका जवाब नहीं पता था, तो उसने यह तो कहा ही कि मुङो इसकी जानकारी नहीं, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि आप ही मुङो इसका जवाब बता दें ताकि अगली बार कोई पूछे, तो उसे मैं जवाब दे सकूं.

यह बात दर्शाती है कि वह अपनी कमियां स्वाकीर करने में हिचकिचाता नहीं है और साथ ही सवाल का जवाब जानने की उसके अंदर ललक भी है. किसी व्यक्ति में इससे अधिक योग्यता और क्या हो सकती है?

बात पते की..

– आप भले ही ज्यादा पढ़े-लिखे न हों, लेकिन अगर आप में काबिलीयत है, कुछ सीखने की इच्छा है, तो एक न एक दिन आपको मौका जरूर मिलेगा.

– इंटरव्यू के वक्त केवल डिग्रियां न देखें. यह भी देखें कि व्यक्ति का व्यवहार कैसा है. कई बार डिग्रियां खराब व्यवहार की वजह से बेकार हो जाती हैं.

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