भ्रष्टाचार का मामला : हिरासत में लिए गये चीन के खुफिया प्रमुख
बीजिंग : चीन ने अपने एक शीर्ष जासूसी प्रमुख को हिरासत में ले लिया है और 16 सैन्य कमांडरों पर कथित भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है जिससे संकेत मिलता है कि भ्रष्टाचार पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग की कडी कार्रवाई अब कम्युनिस्ट देश की शक्तिशाली सेना और खुफिया तंत्र तक पहुंच गयी है.... सरकारी खुफिया […]
बीजिंग : चीन ने अपने एक शीर्ष जासूसी प्रमुख को हिरासत में ले लिया है और 16 सैन्य कमांडरों पर कथित भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है जिससे संकेत मिलता है कि भ्रष्टाचार पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग की कडी कार्रवाई अब कम्युनिस्ट देश की शक्तिशाली सेना और खुफिया तंत्र तक पहुंच गयी है.
सरकारी खुफिया एजेंसी चाइना सेंट्रल कमीशन फॉर डिसीप्लीन इंस्पेक्शन ने एक बयान में कहा कि एजेंसी के कार्यकारी उप प्रमुख मा जियां को अनुशासन और कानून के गंभीर उल्लंघन के संदेह में जांच के दायरे में रखा गया है. इस बयान से देश के सबसे शक्तिशाली सुरक्षा अधिकारी को हिरासत में लिये जाने की पुष्टि हुई. मा के अनेक रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया गया है.
देश के पूर्व सुरक्षा अधिकारी झोउ यांगकांग का नाम पिछले साल जुलाई में भ्रष्टाचार के एक घोटाले में आने के बाद से मा जांच के दायरे में आने वाले सबसे वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी हैं. हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार ने सबसे पहले 12 जनवरी को मा की गिरफ्तारी की खबर देते हुए कहा था कि वह कथित तौर पर पीकिंग विश्वविद्यालय के स्वामित्व वाली कंपनी ह्यफाउंडर गु्रपह्ण के शीर्ष प्रबंधन की गतिविधियों के सिलसिले में भ्रष्टाचार निरोधक जांच से जुडे थे.
मा को फाउंडर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ली यु का करीबी माना जाता है. फाउंडर ने पिछले हफ्ते कहा था कि ली, कंपनी के चेयरमैन वी शिन और अध्यक्ष यू ली को अधिकारियों की जांच में मदद के लिए ले जाया गया. इस बीच पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने पिछले साल से भ्रष्टाचार की जांच का सामना करने के मामले में 16 सैन्य कमांडरों के नाम दर्ज किये हैं.
