चिता पर शव में आ गयी जान

कालियागंज: चिकित्सक की लापरवाही की वजह से एक मरीज की मौत हो गयी. जिंदा आदमी को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. जबकि श्मशान ले जाने के बाद पता चला कि वृद्ध में थोड़ी सी जान बची थी, लेकिन उन्हें बचाना संभव नहीं हुआ. रायगंज शहर के बंदरगाह इलाके के निवासी नारायण चंद्र साहा के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 22, 2014 6:04 AM

कालियागंज: चिकित्सक की लापरवाही की वजह से एक मरीज की मौत हो गयी. जिंदा आदमी को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. जबकि श्मशान ले जाने के बाद पता चला कि वृद्ध में थोड़ी सी जान बची थी, लेकिन उन्हें बचाना संभव नहीं हुआ.

रायगंज शहर के बंदरगाह इलाके के निवासी नारायण चंद्र साहा के अचानक बीमार होने पर परिवार के लोगों ने उन्हें रायगंज जिला अस्पताल में भरती कराया. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में नारायण चंद्र साहा की शारीरिक जांच के बाद चिकित्सक संजय शेठ ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस खबर से मरीज के परिजन रोने लगे और करीब 40 मिनट बाद चिकित्सकों के निर्देश पर शव घर ले गये. शव को क्रियाकर्म के लिए शमशान ले जाया गया.

पुरोहित द्वारा हरीनाम संकीर्तन के बाद शव के चिता में आग भी लगा दी गयी, लेकिन अचानक शव को हिलते देख परिवार के लोग चौक उठे. आनन-फानन में जलते चिता से शव को बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया. हालांकि अस्पताल में प्रवेश में पहले ही मरीज ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचा दिया. मृतक के परिजनों ने आरोपी चिकित्सक के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है. वही पोस्टमार्टम के बाद वृद्ध के शव को दूसरीबार शमशान ले जाया गया. रायगंज जिला अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि अगर चिकित्सा में लापरवाही का मामला है तो जांच के बाद आवश्यक कदम उठाया जायेगा. उल्लेखनीय है कि रायगंज जिला अस्पताल में बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी है.

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