टॉम एंड जेरी से सीखें जीने का अंदाज

।। दक्षा वैदकर ।। टॉम एंड जेरी, ये दो कार्टून कैरेक्टर ऐसे हैं, जिन्हें देख कर न केवल मजा आता है बल्कि हम उनसे बहुत-सी चीजें सीख सकते हैं. अनजाने में ही सही, लेकिन ये दोनों कैरेक्टर हमें जिंदगी का पाठ पढ़ा देते हैं. यह कार्टून हमें बताता है कि हम जिंदगी में अपनों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2014 7:18 AM

।। दक्षा वैदकर ।।

टॉम एंड जेरी, ये दो कार्टून कैरेक्टर ऐसे हैं, जिन्हें देख कर न केवल मजा आता है बल्कि हम उनसे बहुत-सी चीजें सीख सकते हैं. अनजाने में ही सही, लेकिन ये दोनों कैरेक्टर हमें जिंदगी का पाठ पढ़ा देते हैं.

यह कार्टून हमें बताता है कि हम जिंदगी में अपनों से न जाने कितनी बार लड़ते-झगड़ते हैं, उनसे बहस करते हैं, क्योंकि हमें पता होता है कि हमारा गुस्सा, झगड़ा सब सिर्फ वही ङोल सकते हैं, कोई और नहीं. जिस तरह टॉम एंड जेरी कितना भी लड़ लें, लेकिन बाद में वे एक साथ हो ही जाते हैं. ठीक उसी तरह हम भी तो अपनों से लड़ने के बाद उन्हीं के साथ हो लेते हैं. अगर हम ऐसा नहीं करते हैं, तो अब इसकी शुरुआत कर सकते हैं.

ऑफिस हो या घर, जब भी झगड़ा हो, तो कुछ दिनों बाद आपस में बैठ कर बात कर लेनी होगी और उस मुद्दे को वहीं खत्म करना होगा. अगर झगड़ा खत्म नहीं हुआ, तो रिश्ते में पड़ी गांठ और मजबूत होती जायेगी और ऑफिस का माहौल भी धीरे-धीरे नकारात्मक होता जायेगा.

ऑफिस में साथ काम कर रहे कर्मचारी एक और बात सीख सकते हैं. कार्टून में यूं तो टॉम एंड जेरी हमेशा एक-दूसरे की टांग खिंचाई और लड़ाई ही करते रहते हैं, लेकिन जैसे ही दोनों में से किसी एक पर भी कोई दिक्कत आती है, तो दोनों साथ हो जाते हैं. हमें भी ठीक वैसा ही व्यवहार करना चाहिए. अपने साथियों को अकेले मुसीबत से लड़ने के लिए नहीं छोड़ना चाहिए.

एक और जरूरी बात. जब तक आप खुद को छोटा नहीं मानेंगे, आपको कोई भी छोटा नहीं मान सकता है, जैरी हमें यही सिखाता है. उसके सामने टॉम जैसा एक बड़े आकार का बिल्ला होता है, पर वह पूरे आत्मविश्वास के साथ उसके खिलाफ प्लानिंग करता है. बिना किसी डर के. छोटा-सा दिखनेवाला जैरी किस तरह इतने बड़े बिल्ले को हर बात पर पछाड़ देता है. उसकी चाल के आगे टॉम कभी ठहर नहीं पाता है. जैरी हमें बताता है कि अगर आपके पास दिमाग है, तो शरीर के आकार से कोई फर्क नहीं पड़ता है.

बात पते की..

– जिंदगी की समस्याओं को अकेले नहीं ङोला जा सकता. इसके लिए अपनों का होना बहुत आवश्यक है. इसलिए अपनों को कभी न छोड़ें.

– जरूरी नहीं है कि आकार में बड़ा और बलशाली दिखनेवाला इनसान ही हमेशा जीते. दिमाग के आगे शरीर के आकार की कभी नहीं चलती.

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