चीन पहुंचते ही इमरान का निकला मलाल, बोले- काश! मैं भी जिनपिंग का अनुकरण कर पाता…

बीजिंग : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दो दिन की चीन यात्रा पर मंगलवार को यहां आये, जहां वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित शीर्ष चीनी नेताओं से भेंट करेंगे और क्षेत्रीय तथा द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. चीन पहुंचतेही इमरान ने बीजिंग में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह चीनी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 8, 2019 4:24 PM

बीजिंग : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दो दिन की चीन यात्रा पर मंगलवार को यहां आये, जहां वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित शीर्ष चीनी नेताओं से भेंट करेंगे और क्षेत्रीय तथा द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. चीन पहुंचतेही इमरान ने बीजिंग में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उदाहरण का अनुसरण कर सकें और पाकिस्तान में 500 भ्रष्ट व्यक्तियों को जेल भेज सकें.

पाकिस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी ने एपीपी ने बताया कि खान की अगवानी चीन के संस्कृति मंत्री लुओ शुंगांग, पाकिस्तान में चीन के राजदूत याओ चिंग और पाकिस्तान के अधिकारियों ने की. खबरों के मुताबिक, खान शी जिनपिंग सहित चीन के शीर्ष नेतृत्व से भेंट करेंगे और क्षेत्रीय तथा द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद खान की ये तीसरी चीन यात्रा है. इस यात्रा का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसके तुरंत बाद शी भारत की अपनी उच्च स्तरीय यात्रा पर आने वाले हैं. शी की भारत यात्रा के दौरान इस सप्ताह चेन्नई के नजदीक मामल्लापुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी अनौपचारिक शिखर वार्ता होगी. अभी तक शी के भारत आने की कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है. उम्मीद है कि खान बीजिंग में मंगलवार को चीन-पाकिस्तान व्यापार मंच में भी शामिल होंगे.

चीन पहुंचतेही प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीजिंग में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के उदाहरण का अनुसरण कर सकें और पाकिस्तान में 500 भ्रष्ट व्यक्तियों को जेल भेज सकें. प्रीमियर काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड में बोलते हुए, इमरान ने कहा कि एक चीज जो उन्होंने चीन से सीखी है कि देश का नेतृत्व भ्रष्टाचार से कैसे निपटता है. उन्होंने कहा, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के सबसे बड़े धर्मयुद्ध में से एक भ्रष्टाचार के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि उन्होंने सुना था कि 400 मंत्रिस्तरीय स्तर के लोगों को भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराया गया था और चीन में पिछले पांच वर्षों में जेल में डाल दिया गया था. उन्होंने भ्रष्टाचार को देश में निवेश के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक बताया.

प्रधानमंत्री इमरान ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पाकिस्तान चीन से सीख सकता है किकिस तरह से उसने लोगों को गरीबी से बाहर निकाला. उन्होंने कहा, चीन ने 30 साल में 700 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. मानव इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, अब पाकिस्तान में निवेश करने का समय आ गया है. बाद में, इमरान बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में पहुंचे, जहां उनके चीनी समकक्ष ली केकियांग ने उनकी अगवानी की.

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