आज होगा नये ब्रिटिश प्रधानमंत्री का एलान

ब्रिटेन के पीएम के लिए बोरिस जॉनसन और जेरेमी के बीच कड़ा मुकाबला लंदन : सोमवार की शाम मतदान समाप्त होने के साथ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए दौड़ अपने अंतिम चरण में पहुंच गयी है. मंगलवार को इस बात का एलान होगा कि टेरीजा मे के बाद प्रधानमंत्री पद की कुर्सी कौन संभालेगा. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 23, 2019 6:42 AM

ब्रिटेन के पीएम के लिए बोरिस जॉनसन और जेरेमी के बीच कड़ा मुकाबला

लंदन : सोमवार की शाम मतदान समाप्त होने के साथ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के लिए दौड़ अपने अंतिम चरण में पहुंच गयी है. मंगलवार को इस बात का एलान होगा कि टेरीजा मे के बाद प्रधानमंत्री पद की कुर्सी कौन संभालेगा.

इस दौड़ में अब तक सबसे आगे पूर्व वित्त सचिव बोरिस जॉनसन दिखाई दिये हैं. कन्जर्वेटिव पार्टी के एक लाख 60 हजार सदस्यों ने जॉनसन और वर्तमान वित्त सचिव जेरेमी हंट के बीच प्रधानमंत्री का चुनाव करने के लिए वोट दिया है.

कुछ दिन कार्यवाहक पीएम रहेंगी टेरीजा :

टेरीजा कुछ दिनों के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहेंगी, क्योंकि अभी उन्हें बुधवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में अपना अंतिम प्रधानमंत्री प्रश्न सत्र को संबोधित करना है. इसके बाद वह बकिंघम पैलेस जायेंगी जहां वह आधिकारिक रूप से अपना इस्तीफा क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को सौंपेंगी.

93 वर्षीय इंग्लैंड की महारानी इसके बाद नवनिर्वाचित कन्जर्वेटिव पार्टी के नेता से मिलेंगी और नयी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी. नये प्रधानमंत्री आधिकारिक रूप से अधिकार ग्रहण करने से पहले परंपरानुसार 10 डाउनिंग स्ट्रीट की सीढ़ियों पर वक्तव्य देंगे. किसी भी नये प्रधानमंत्री के संबोधन के लिए यह पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा होगा.

टेरिजा मे क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को सौंपेंगी इस्तीफा

पीएम प्रत्याशी जॉनसन ने की आशा बनाये रखने की अपील

वहीं, मतदान समाप्त होने के कुछ ही घंटों के बाद जॉनसन ने ‘डेली टेलीग्राफ’ अखबार के अपने साप्ताहिक कॉलम में ब्रेग्जिट मुद्दे के समाधान के लिए ‘आशा बनाये रखने’ की अपील की. जॉनसन ने 50 साल पहले चंद्रमा पर भेजे गये मानव अभियान का उदाहरण देते हुए लिखा कि अगर 1969 में हाथ से लिखा कम्प्यूटर कोड की मदद से धरती के वातावरण में दोबारा प्रवेश करने में सक्षम हो सकते हैं.

लेबर पार्टी के कई नेताओं ने की जॉनसन की आलोचना

हालांकि, जॉनसन को कई नेताओं से आलोचना का सामना भी करना पड़ा है. इनमें विपक्षी लेबर पार्टी के नेता और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोली ब्लेयर का नाम भी शामिल है. टोनी ने कहा है कि कि कोई भी व्यक्ति सौदा न करने (नो डील) के प्रभाव की निश्चितता को नहीं जानता है. उन्होंने कहा कि यह या तो बहुत कठिन हो सकता है या फिर आफत भरा हो सकता है.

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