ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों के Twitter अकाउंट बंद

वाशिंगटन : ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों पर रोक लगाने के एक दिन बाद ट्विटर ने शनिवार को कहा कि उसने बहाई धर्म के लोगों के उत्पीड़न के खिलाफ यह कार्रवाई की है. ब्रितानी टैंकर को ईरान द्वारा जब्त किये जाने के चलते क्षेत्र में पहले से ही व्याप्त तनाव बढ़ जाने के बीच कुछ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 21, 2019 10:31 AM

वाशिंगटन : ईरान के सरकारी मीडिया संगठनों पर रोक लगाने के एक दिन बाद ट्विटर ने शनिवार को कहा कि उसने बहाई धर्म के लोगों के उत्पीड़न के खिलाफ यह कार्रवाई की है. ब्रितानी टैंकर को ईरान द्वारा जब्त किये जाने के चलते क्षेत्र में पहले से ही व्याप्त तनाव बढ़ जाने के बीच कुछ प्रभावित मीडिया संगठनों ने आशंका जतायी है कि ये रोक जब्ती से जुड़ी खबरे देनें के कारण लगायी गयी है.

वहीं, सोशल नेटवर्किंग सेवा का कहना है कि यह बहाई धर्म से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर उनके उत्पीड़न के खिलाफ की गयी कार्रवाई है. बहाई अल्पसंख्यक समुदाय है, जिसने लंबे से ईरान में दमन झेला है. ट्विटर ने बंद किये गये खातों का नाम नहीं बताया, लेकिन कहा कि मामले की जांच जारी है.

सभी ईरानी सरकारी मीडिया संगठनों के अकाउंट पर अंग्रेजी में लिखे संदेश में कहा गया है, ‘अकाउंट बंद कर दिया गया है. ट्विटर नियमों का उल्लंघन करने वाले अकाउंट को ट्विटर ने बंद किया है.’ ईरान की मेहर संवाद समिति ने कहा कि फारसी भाषा का उसका अकाउंट शुक्रवार देर रात से ही बंद कर दिया गया मालूम होता है.

इससे पहले उसने होरमुज जलडमरुमध्य में टैंकर स्टेना इंपेरो की जब्ती को लेकर खबर दी थी. मेहर के फारसी भाषा वाले ट्विटर पेज के अलावा सरकारी संवाद समिति आइआरएनए और यंग जर्नलिस्ट्स क्लब की एजेंसी का पेज भी शनिवार को खुल नहीं रहा था. मेहर ने गौर किया कि विदेश नीति पर साक्षात्कार एवं विश्लेषणों को प्रकाशित करने वाले उसका ‘मेहर डिप्लोमेसी’ का अकाउंट भी ऑफलाइन है.

बंद किये गये अकाउंट के किसी भी मालिक ने यह नहीं कहा कि ट्विटर के इस कदम के लिए उन्हें कोई कारण बताया गया हो. ट्विटर ईरान में प्रतिबंधित है, लेकिन कई अधिकारियों के इस पर अकाउंट हैं और लोग वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का इस्तेमाल कर इन तक पहुंचते हैं.

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