UN प्रवक्ता ने कहा, आतंकवादी घटनाओं के अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए

संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई आतंकवादी हमले की 10वीं बरसी पर कहा कि आतंकवादी हमलों में भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति तथा हिंसा के किसी भी कृत्य को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टेफने डुजारिक से दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में सोमवार को कहा कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 27, 2018 12:32 PM

संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र ने मुंबई आतंकवादी हमले की 10वीं बरसी पर कहा कि आतंकवादी हमलों में भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति तथा हिंसा के किसी भी कृत्य को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टेफने डुजारिक से दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में सोमवार को कहा कि सैद्धांतिक रूप से हम हमेशा यह मानते हैं कि जो भी हिंसा के लिए जिम्मेदार है. आतंकवाद के लिए कहीं भी हिंसा करने को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए. डुजारिक ने मुंबई हमले के 10 साल पूरा होने के मौके पर और इस हमले में शामिल लोगों के बारे में सुराग देने वाले को 50 लाख डॉलर का इनाम देने की अमेरिका के विदेश मंत्रालय की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर यह बात कही.

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महासभा की अध्यक्ष मारिया फर्नान्डा एस्पिनोसा की प्रवक्ता मोनिका ग्रेले ने भी कहा कि कोई भी व्यक्ति अथवा लोग जो आतंकवादी हमलों में या हिंसा के किसी भी मामले में शामिल होते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए.

अमेरिका के रक्षा मंत्री माइक पेाम्पिओ ने एक बयान में कहा कि मुंबई आतंकवादी हमले की क्रूरता ने पूरे विश्व को स्तब्ध कर दिया था. उन्होंने कहा कि यह पीड़ित परिवारों के लिए अपमान जैसा है कि घटना के 10 साल बीत जाने के बाद भी मुंबई हमले की साजिश रचने वालों को उनकी संलिप्तता के लिए दोषी नहीं ठहराया गया.

उन्होंने कहा कि हम सभी देशों खासतौर पर पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वे हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा तथा उससे जुड़े संगठन और इसके लिए जिम्मेदार आतंकवादियों पर प्रतिबंध लागू करने की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अपनी प्रतिबद्धताओं को निभायें.

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