12वें एशिया-यूरोप शिखर सम्मेलन में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा, आतंकवाद शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा खतरा

ब्रूसेल्स : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को यहां 12वें एशिया-यूरोप (एएसईएम) शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद को शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बताते हुए वैश्विक आतंकवाद पर व्यापक समझौते को जल्द पूरा करने का आह्वान किया. नायडू सम्मेलन में पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने गुरुवार को 12वें एशिया-यूरोप बैठक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2018 10:34 PM

ब्रूसेल्स : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को यहां 12वें एशिया-यूरोप (एएसईएम) शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद को शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बताते हुए वैश्विक आतंकवाद पर व्यापक समझौते को जल्द पूरा करने का आह्वान किया. नायडू सम्मेलन में पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने गुरुवार को 12वें एशिया-यूरोप बैठक (एएसईएम) शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया था. इसकी थीम ‘वैश्विक चुनौतियों के लिए वैश्विक साझेदार’ है.

इसे भी पढ़ें : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के बुक लॉन्च के अवसर पर पीएम मोदी ने विपक्ष पर कसा तंज

उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि भारत एएसईएम को ऐसे मंच के तौर पर अहमियत देता है, जो वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एशिया और यूरोप के नेतृत्व को विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लाता है. आतंकवाद को शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बताते हुए नायडू ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक समझौते को जल्द अपनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि तरक्की के लिए शांति पहली जरूरत है और आतंकवाद से लड़े बिना इसे हासिल नहीं किया जा सकता है.

नायडू ने कहा कि आर्थिक अपराधियों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति का गबन वित्तीय व्यवस्था पर भरोसे के लिए खतरा पेश कर रहा है. उपराष्ट्रपति ने आर्थिक अपराधियों को शरण नहीं देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत बतायी, जिसमें सूचना के स्वचालित आदान प्रदान के लिए तंत्र को बढ़ाना भी शामिल है. उन्होंने भारत सरकार की कई पहल, जिनमें समावेशी शासन, महिला कल्याण, टिकाऊ विकास और डिजिटलीकरण शामिल हैं, का उल्लेख किया.

Next Article

Exit mobile version