तीन बेडरूम वाले घर में रहेंगे इमरान, जानें कटौती के लिए और क्या कर रहे हैं पाक पीएम

इस्लामाबाद : नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से ही इमरान सुविधाओं में कटौती की तरफ ध्यान दे रहे हैं. जीत के बाद संबोधन में उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट कर दिये थे. उनकी रणनीति क्या होगी, विदेश नीति क्या होगी. पाकिस्तान की जनता किन मुद्दों पर सरकार का काम देखना चाहती है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2018 11:50 AM

इस्लामाबाद : नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद से ही इमरान सुविधाओं में कटौती की तरफ ध्यान दे रहे हैं. जीत के बाद संबोधन में उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट कर दिये थे. उनकी रणनीति क्या होगी, विदेश नीति क्या होगी. पाकिस्तान की जनता किन मुद्दों पर सरकार का काम देखना चाहती है. इमरान खान ने प्रधानमंत्री की कुरसी संभालते ही पीएम आवास में रहने से इनकार कर दिया. इस आवास का इस्तेमाल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए होगा.

इमरान सैन्य सचिव के तीन बेडरूम वाले आवास में रहेंगे . खान ने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में देश के खर्चे के साथ ही अपने ऊपर होने वाले खर्चे में भी मितव्ययिता बरतने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि वह बानीगाला में अपने आवास में रहना चाहते थे लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि उनकी जान को खतरा है इसलिए वह यहां रह रहे हैं . खान ने कहा कि प्रधानमंत्री निवास में 524 सेवक और 80 कार है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री यानि मेरे पास 33 बुलेटप्रूफ कार भी है. उड़ने के लिए हेलिकॉप्टर और विमान भी हमारे पास है.
हमारे यहां गवर्नर का विशाल आवास हैं और हर कल्पनीय आराम की चीजें हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ हमारे पास अपने लोगों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं है दूसरी तरफ हमारे यहां कुछ लोग ऐसे तरह रहते हैं जैसे औपनिवेशिक स्वामी रहते थे.” वह अपने और देश के खर्चे को कैसे घटाएंगे इस बारे में अपनी योजनाएं बताते हुए खान ने कहा, ‘‘मैं 524 की जगह दो लोगों को रखूंगा.
मैं तीन बेडरूम वाले आवास में रहूंगा. मैं दो कार रखूंगा क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने मुझे बताया है कि मेरी जान को खतरा है. मैं बानीगाला नहीं छोड़ना चाहता था लेकिन मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.” खान ने कहा उनकी सरकार बाकी बुलेट प्रूफ कारों को नीलाम करेगी और कारोबारियों को उन्हें खरीदने का न्योता दिया. खान ने कहा उनकी सरकार बाकी बुलेट प्रूफ कारों को नीलाम करेगी और कारोबारियों को उसे खरीदने का न्योता दिया.
इमरान ने खर्च कम करने का फैसला लेते हुए पहले की सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के इतिहास में हमने इस तरह की मुश्किल परिस्थितियों का सामना कभी नहीं किया. हमारा कर्ज का बोझ 28 हजार अरब रुपये है. हम अपने पूरे इतिहास में अबतक इतने कर्ज में नहीं रहे. सिर्फ पिछले 10 वर्षों में यह हुआ है. खान ने कहा, ‘हमारे कर्ज पर जो ब्याज हमें चुकाना है वह इस स्तर तक पहुंच गया है कि हमें अपनी देनदारियों का भुगतान करने के लिए और कर्ज लेना होगा.

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