मिस्र: विवाह से पहले मां बनने पर ऑनएयर एंकर ने पूछे सवाल, शालीनता तोड़ने के आरोप में एंकर को तीन साल जेल

नेशनल कंटेंट सेल मिस्र की एक टीवी एंकर को ऑनएयर विवाह से पहले मां बनने की चर्चा करने के लिए तीन साल जेल की सजा सुनायी गयी. दूआ सालेह ने अपने दर्शकों से पूछा था कि विवाह से पहले सेक्स करने और मां बनने के बारे में उनकी क्या राय है. अल-नहर टीवी प्रस्तोता ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 10, 2017 1:28 PM
नेशनल कंटेंट सेल
मिस्र की एक टीवी एंकर को ऑनएयर विवाह से पहले मां बनने की चर्चा करने के लिए तीन साल जेल की सजा सुनायी गयी. दूआ सालेह ने अपने दर्शकों से पूछा था कि विवाह से पहले सेक्स करने और मां बनने के बारे में उनकी क्या राय है. अल-नहर टीवी प्रस्तोता ने यह भी सुझाव दिया था कि एक औरत अपने पति को तलाक देने से पहले बच्चों के लिए किसी अन्य व्यक्ति के साथ शादी कर सकती है.

डोडी शो की ओपनिंग में एंकर ने खुद को गर्भावस्था में दिखाते हुए कहा कि वह अगर अपने पति से तलाक ले लेती है तो अपने बच्चे की वह इकलौती गार्जियन होगी. इसके साथ ही उसने कहा कि भगवान न करे, लेकिन अगर वह विधवा हो जाती है तो वह अपने बच्चे की अकेली मां होगी. फिर शादी से पहले अकेली मां बनने में क्या हर्ज है. अब समय आ गया है कि महिलाओं को इसके बारे में सोचना चाहिए.

दुनिया भर में महिलाएं अब अकेली मां बन रहीं है. उसने मिस्र की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां कृत्रिम गर्भाधान पर पाबंदी है. जबकि विश्व में महिलाएं कृत्रिम गर्भाधान से मां बन रहीं है. अपने देश में भी ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि महिलाएं कृत्रिम गर्भाधान करा कर मां बन सकें. इस कार्यक्रम के प्रसारण के तुरंत बाद सालेह को तीन महीने के लिए नौकरी से निलंबित कर दिया गया.

इसके बाद उस पर सार्वजनिक शालीनता तोड़ने और महिलाओं को उकसाने के आरोप लगा कर जेल में बंद कर दिया गया. एक वकील अशरफ नाजी ने प्रसारित कार्यक्रम के बाद सालेह के खिलाफ एक मुकदमा दायर किया और कोर्ट ने उसे क्षतिपूर्ति के रूप में 10,000 मिस्र के पाउंड का भुगतान करने का आदेश दिया. इइएफइ समाचार एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि सालेह के विचारों ने मिस्र के जीवन और परंपरागत नीतियों को चुनौती देने का गलत काम किया है.

शादी से पहले बच्चा मिस्र में गैरकानूनी
मिस्र में शादी पहले बच्चा पैदा करना गैरकानूनी है. एकल मां होने के बाद यहां बच्चे को नाजायज माना जाता है. सरकार का कहना है कि नाजायज बच्चों को पंजीकृत करना मुश्किल हो सकता है. क्योंकि, यहां बच्चे को अपने पिता की पहचान बतानी होगी जो एकल मां के गार्जियनशिप में संभव नहीं है. मिस्र में इन दिनों तेजी से बदलाव देखा जा सकता है. आलोचकों का कहना है कि मिस्र तेजी से रूढ़िवादी हो रहा है. हाल में ही यहां समलैंगिक होने के आरोप में 70 पुरुषों व महिलाओं को गिरफ्तार अस्पष्ट नैतिकता कानून के उल्लंघन पर गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि सालेह की विभिन्न प्रकार के चार्ज के अंतरगत तीन साल जेल की सजा सुनायी गयी है. फिलहाल वह इस फैसले को चुनौती दे सकती हैं.

Next Article

Exit mobile version