शरीफ व उनके बेटों को पाकिस्तान के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने किया समन

लाहौर : पाकिस्तान के शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधी संगठन ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके दो बेटों को धनशोधन और भ्रष्टाचार के मामलों में पूछताछ के लिए समन जारी कर शुक्रवार को अपने कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) ने शरीफ और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2017 10:39 AM

लाहौर : पाकिस्तान के शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधी संगठन ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके दो बेटों को धनशोधन और भ्रष्टाचार के मामलों में पूछताछ के लिए समन जारी कर शुक्रवार को अपने कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) ने शरीफ और उनके बेटों हुसैन और हसन को समन जारी कर उनकी देश से बाहर की संपत्ति के सिलसिले में पूछताछ के लिए अपने लाहौर स्थित कार्यालय में उपस्थित होने को कहा.

गौरतलब है कि सनसनीखेज पनामा पेपर्स मामले में शरीफ की दूसरे देशों में स्थित संपत्ति का खुलासा किया गया था. इसके बाद 28 जुलाई को शीर्ष न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने शरीफ को अयोग्य घोषित कर दिया था. शीर्ष न्यायालय ने साथ ही नैब को संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट के संदर्भ में शरीफ और उनके बच्चों, दामाद सफदर और रिश्तेदार एवं संघीय वित्त मंत्री इसहाक डार के खिलाफ धनशोधन और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का भी निर्देश दिया था. नैब ने इस बात की पुष्टि की है कि शरीफ और उनके बेटों को 18 अगस्त को लाहौर स्थित उसके कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है. नैब ने कहा कि वह शरीफ के करीबी सहयोगी डार से 23 अगस्त को पूछताछ करेगी और इस संबंध में उन्हें सम्मन जारी कर दिया गया है.

तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके 67 साल के शरीफ ने हालांकि नैब के समक्ष उपस्थित होने को लेकर अब तक फैसला नहीं किया है. उन्होंने गलत काम के आरोपों से भी इनकार किया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘नवाज शरीफ नैब की कार्यवाही के बहिष्कार पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह भी पनामा पेपर्स मामले जैसे ही होगी और इस मामले में भी उनको न्याय नहीं मिलने की आशंका है.’ उन्होंने कहा कि शरीफ पहले ही शीर्ष न्यायालय के एक न्यायाधीश को लेकर अपनी शंकाएं जाहिर कर चुके हैं, जो इस मामले में नैब की जांच की निगरानी कर रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री को संदेह है कि वह (न्यायाधीश) जवाबदेही अदालत में उनके खिलाफ फैसला सुनायेंगे.

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