बढ़ती जनसंख्या से परेशान पाकिस्तान, तीन पुरूषों के 96 बच्चे

बन्नू : दक्षिण एशिया में सर्वाधिक जन्मदर वाले देश पाकिस्तान में करीब 100 बच्चों को जन्म देने वाले तीन पुरुष उन लोगों में शामिल है जिनके कारण देश की जनसंख्या अत्यधिक तेजी से बढ़ रही है.विशेषज्ञों ने चेताया है कि बढती जनसंख्या देश के आर्थिक विकास एवं सामाजिक सेवाओं को नुकसान पहुंचा रही है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 10, 2017 5:36 PM

बन्नू : दक्षिण एशिया में सर्वाधिक जन्मदर वाले देश पाकिस्तान में करीब 100 बच्चों को जन्म देने वाले तीन पुरुष उन लोगों में शामिल है जिनके कारण देश की जनसंख्या अत्यधिक तेजी से बढ़ रही है.विशेषज्ञों ने चेताया है कि बढती जनसंख्या देश के आर्थिक विकास एवं सामाजिक सेवाओं को नुकसान पहुंचा रही है, लेकिन ये तीनों पिता इस बात को लेकर कतई चिंतित नहीं है. उनका कहना है कि अल्लाह उन्हें सब मुहैया कराएगा.

विश्व बैंक एवं सरकारी आंकडों के अनुसार पाकिस्तान की जन्मदर दक्षिण एशिया में सर्वाधिक है और वहां प्रति महिला करीब तीन बच्चे हैं. पाकिस्तान में 19 साल में पहली बार जनगणना हो रही है और जनगणना में भी यही पता चलने की संभावना है कि जनसंख्या बढने की दर उंची बनी हुई है.36 बच्चों के पिता गुलजार खान ने कहा कि इस्लाम उन्हें परिवार नियोजन से रोकता है.
गुलजार खान ने कहा, ‘‘ईश्वर ने पूरी कायनात और सभी मुनष्यों को बनाया है तो मुझे बच्चे के जन्म की प्राकृतिक प्रक्रिया क्यों रोकनी चाहिए?” बच्चों की इतनी अधिक संख्या का एक कारण पश्चिमोत्तर में कबायली दुश्मनी है जहां बन्नू शहर में 57 वर्षीय गुलजार अपनी तीसरी पत्नी के साथ रह रहा है जो गर्भवती है.उसने कहा कि वह मजबूत बनना चाहता है. उसने कहा कि उसके बच्चों को पूरा क्रिकेट मैच खेलने के लिए दोस्तों की आवश्यकता नहीं है.
पाकिस्तान में इससे पहले वर्ष 1998 में हुई जनगणना के अनुसार देश में 13 करोड 50 लाख जनसंख्या थी. नई जनगणना इस साल की शुरुआत में हुई थी और जुलाई के अंत में इसका प्रारंभिक परिणाम आने की उम्मीद है जिसमें आंकड़े के 20 करोड़ पहुंचने की संभावना है. 70 वर्षीय मस्तान खान वजीर गुलजार खान के 15 भाइयों में से एक है. उसकी भी तीन पत्नियां हैं और 22 बच्चे हैं. उसका कहना है कि उसके नाती पोतों की संख्या की गिनती नहीं की जा सकती.
उसने कहा, ‘‘अल्लाह ने वादा किया है कि वह भोजन एवं संसाधन मुहैया कराएगा लेकिन लोगों का भरोसा कमजोर हो गया है.” इसी तरह बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में जान मोहम्मद के 38 बच्चे हैं. वह मस्तान की बात से सहमत है जबकि पहले वह सरकार से अपने परिवार के लिए संसाधन मुहैया कराए जाने की अपील कर चुका है. जान ने वर्ष 2016 में एएफपी से बातचीत में चौथा विवाह करने की इच्छा जताई थी क्योंकि वह 100 बच्चों का पिता बनना चाहता है. उसने कहा कि अभी तक किसी महिला ने सहमति नहीं जताई है लेकिन उसने उम्मीद नहीं छोडी है. उसने कहा, ‘‘मुसलमानों की जनसंख्या जितनी अधिक होगी, दुश्मन उनसे उतना ही डरेगा. मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा बच्चों को जन्म देना चाहिए.

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