बिहार बाढ़: दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड में बाढ़ का कहर, मचान पर रहने को मजबूर लोग

बिहार में कई जिलों में बाढ़ का कहर है. दरभंगा में बाढ़ के कारण हालात बदतर हो रहे हैं. कई इलाके ऐसे हैं जहां बाढ़ के पानी ने कहर मचा रखा है. लोगों के घरों में पानी है. दरअसल, दरभंगा जिले में सिंहवाड़ा प्रखंड में बाढ़ के कारण लोगों को हर पल दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड के शंकरपुर पंचायत के पिपरा गांव में हालत काफी खराब हैं. चारों तरफ बाढ़ का पानी है. भरबाड़ा और मनिकॉली से गांव को जोड़ने वाली दोनों सड़क बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2020 4:59 PM

Bihar Flood: Darbhanga के सिंहवाड़ा प्रखंड में Flood का कहर, मचान पर रह रहे लोग | Prabhat Khabar
गांव-गांव एक ही कहानी नहीं हकीकत है. दूर-दूर तक फैला पानी. घर के कमरों से लेकर आंगन तक पानी ही पानी. जी हां, बाढ़ होती ही ऐसी है कि सबकुछ खुद में समां लेती है और पीछे छोड़ जाती है पानी घटने का इंतजार. बाढ़ के बीच जिंदगी गुजार रहे लोगों के लिए हर साल एक ही हकीकत होती है. बारिश के साथ खुशी कम गम ज्यादा आता है जो अरसे तक आंखों से लेकर खेतों तक में जमा रहता है. बिहार में कई जिलों में बाढ़ का कहर है. दरभंगा में बाढ़ के कारण हालात बदतर हो रहे हैं. कई इलाके ऐसे हैं जहां बाढ़ के पानी ने कहर मचा रखा है. लोगों के घरों में पानी है. दरअसल, दरभंगा जिले में सिंहवाड़ा प्रखंड में बाढ़ के कारण लोगों को हर पल दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड के शंकरपुर पंचायत के पिपरा गांव में हालत काफी खराब हैं. चारों तरफ बाढ़ का पानी है. भरबाड़ा और मनिकॉली से गांव को जोड़ने वाली दोनों सड़क बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं. बाढ़ के पानी में चापाकल से पानी निकाला जा रहा है. पीने के पानी तक के लिए कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. हालात यह हैं कि लोग घुटने भर पानी में आना-जाना करते हैं. घरों में पानी घुस गया है और लोगों के सामान, चूल्हे तक बेकार हो चुके हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए हर दिन एक कड़ी परीक्षा है. दर्जनों लोग विद्यालय में बाल-बच्चों और मवेशियों के साथ शरण लिए हुए है. लोगों का जीना मुहाल हो गया है. हर साल बाढ़ आकर तबाही मचाती है. स्थिति ऐसी है कि कई लोग मचान बनाकर रह रहे हैं. बताते चलें कि बिहार के दरभंगा जिले में लगातार बागमती नदी का पानी बढ़ने के कारण बाढ़ का दायरा बढ़ता जा रहा है. गांव के गांव पानी में डूब गये हैं. बाढ़ के पानी से इलाका समंदर बन गया है. सिंहवाड़ा प्रखंड के पिपरा गांव में छोटे-छोटे बच्चे जान जोखिम में डालकर आना-जाना करते हैं. इसी बीच बिहार में बाढ़ की विनाशलीला जारी है. उत्तर बिहार में बाढ़ से हालात गंभीर होते जा रहे हैं. राज्य के 12 जिलों के 800 से ज्यादा पंचायतें बाढ़ की चपेट में हैं. करीब 30 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. राहत कार्य चलाया जा रहा है और बाढ़ है कि बढ़ती ही जा रही है.

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