UP Chunav 2022: योगी के गढ़ में सपा की सेंधमारी? अखिलेश की सामाजिक विजय यात्रा ने बढ़ाई पार्टियों की टेंशन

सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को सामाजिक विजय यात्रा की शुरुआत की.

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2021 7:46 AM

Gorakhpur News: गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी सामाजिक विजय यात्रा की शुरुआत की. इसको सीधे तौर पर सपा और भाजपा के बीच की चुनावी टक्कर के रूप में देखा जा रहा है. सपा ने इस रैली को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी. जिसका असर भी देखने को मिला. रैली में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे.

पूर्व सीएम ने किया जनता को संबोधित

इस दौरान अखिलेश यादव का जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. उन्होंने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उनका उत्साह बढ़ाया. गोरखपुर के माडापार में स्थित जनसभा स्थल पर अखिलेश यादव का काफिला रुका. इस दौरान यहां की हजारों की भीड़ को अखिलेश यादव ने संबोधित किया.

अखिलेश ने सीएम योगी पर साधा निशाना

अखिलेश यादव ने सीेएम योगी पर तंज कसते हुए कहा, कि जनता को लैपटॉप आखिर क्यों नहीं मिला! क्योंकि हम लोगों के बाबा जी को लैपटॉप चलाना ही नहीं आता. उन्होंने सरकार को रोजगार, भ्रष्टाचार, सड़क, सुरक्षा सहित अन्य सभी मुद्दों पर घेरा. किसानों के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव ने राज्य सरकार को घेरा.

Also Read: Priyanka Gandhi Gorakhpur Visit: प्रियंका गांधी ने CM योगी के ‘गढ़’ में की किसानों, महिलाओं और ओबीसी की बात
योगी के गढ़ में सपा का दम

योगी आदित्यनाथ के गढ़ में 31 अक्टूबर को प्रियंका गांधी की रैली के बाद, अब अखिलेश यादव ने भी अपनी ताकत का एहसास करा दिया है, जिसको लेकर अन्य पार्टियों में अब समीक्षाएं शुरू हो गई है. गोरखपुर को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है. क्योंकि यह योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है. यहां की 9 में से 8 सीटों पर बीजेपी काबिज है, जबकि 1 बसपा के पास है.

Also Read: CM योगी के गढ़ गोरखपुर में विजय यात्रा करने पहुंचे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, भीड़ ने बढ़ाया उत्साह
किस प्रत्याशी को कितने प्रतिशत वोट

आइए, अब आंकड़ों से समझते हैं कि गोरखपुर में 2017 विधानसभा चुनाव में कौन-सी सीट पर किस विधायक की जीत हुई थी, और उनके मुकाबले सपा के प्रत्याशी को कितने प्रतिशत वोट मिले.

गोरखपुर सदर विधानसभा सीट

  • राधा मोहन दास अग्रवाल बीजेपी विधायक (55.85%)

  • राणा राहुल सिंह कांग्रेस (28.10%)

  • गोरखपुर देहात विधानसभा सीट

  • विपिन सिंह बीजेपी विधायक (35.74%)

  • विजय बहादुर यादव सपा (33.60%)

  • पिपराइच विधानसभा सीट

  • महेंद्र पाल सिंह बीजेपी विधायक (33.63%)

  • अमरेंद्र निषाद सपा (20.47%)

  • सहजनवा विधानसभा सीट

  • शीतल पांडेय बीजेपी विधायक (34.49%)

  • यशपाल सिंह रावत सपा (27.14%)

  • खजनी विधानसभा सीट

  • संत प्रसाद बीजेपी विधायक (38.07%)

  • रुपावती बेलदार सपा (22.41%)

  • चौरी चौरा विधानसभा सीट

  • संगीता यादव बीजेपी विधायक (45.35%)

  • मनुरोजन यादव सपा (21.79%)

  • बांसगांव विधानसभा सीट

  • विमलेश पासवान बीजेपी विधायक (40.25%)

  • शारदा देवी सपा (24.63%)

  • चिल्लुपार विधानसभा सीट

  • विनय शंकर त्रिपाठी बसपा विधायक (35.48%)

  • राम भुवाल निषाद सपा (25.16%)

Also Read: अखिलेश के गढ़ में गरजे अमित शाह- योगी जी ने पूर्वांचल को मच्छर और माफिया दोनों से मुक्त कर दिया
गोरखपुर में सपा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें 

यह आंकड़े बताते हैं कि सपा के लिए गोरखपुर की राह थोड़ी मुश्किल जरूर है, क्योंकि 2017 चुनाव में जो आंकड़े निकल कर सामने आए थे. उसने समाजवादी पार्टी में खलबली पैदा कर दी थी. अब देखने वाली बात यह होगी कि अखिलेश यादव की सामाजिक विजय यात्रा से गोरखपुर में सपा कितनी मजबूत होती है.

रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय

Next Article

Exit mobile version