अलीगढ़: बेसिक शिक्षा मंत्री के इलाके के प्राथमिक स्कूल पर सपा ने किए सवाल, सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कही ये बात

अलीगढ़ में कई स्कूल जर्जर हालत में है . जहां छात्र अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. जहां किसी बड़े हादसे का होने का अंदेशा भी है. समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री से जर्जर स्कूलों की मरम्मत कराए जाने की मांग की है.

By Prabhat Khabar | April 4, 2023 8:24 PM

अलीगढ़. समाजवादी पार्टी ने अलीगढ़ के प्राथमिक स्कूलों की दुर्दशा को लेकर सोशल मीडिया पर ट्वीट किया है. जिसमें प्रदेश में भाजपा सरकार को निकम्मी बताते हुए शिक्षा व्यवस्था को बंटाधार बताया है. दरअसल, यह स्कूल समाजवादी पार्टी के समय में भी मौजूद थे. उस समय भी शिक्षा यूं ही चल रही थी. अलीगढ़ में शहर में कुछ विद्यालय किराए पर चल रहे हैं. जहां न पीने के पानी की व्यवस्था है. न टॉयलेट की व्यवस्था है. एक ही कमरे में 5 कक्षाओं की पढ़ाई हो रही है. समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा है कि नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ बंद करें. हालांकि, समाजवादी पार्टी और भाजपा की सरकार में अंतर यह है कि बेसिक शिक्षा मंत्री अलीगढ़ जनपद के ही हैं और इस जनपद में ही कायाकल्प योजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

शहर में कई स्कूलों की हालत जर्जर

शहर में कई स्कूल जर्जर हालत में है . जहां छात्र अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. जहां किसी बड़े हादसे का होने का अंदेशा भी है. समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री से जर्जर स्कूलों की मरम्मत कराए जाने की मांग की है. हालांकि, जर्जर स्कूल जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के जिले में स्कूल की हालत हैरान करने वाली है. विष्णुपुरी इलाके के स्कूल नंबर 27 की बिल्डिंग जर्जर है. एक ही हॉल में पहली से लेकर पांचवी तक के छात्र एक ही हॉल में पढ़ते हैं. हालांकि, शिक्षकों को भी बच्चों को एक साथ पढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. मामले में बेसिक शिक्षा विभाग आश्वासन देता है कि जल्द ही मरम्मत करेंगे. विष्णुपुर इलाके के ही एक ही कैंपस में तीन प्राथमिक विद्यालय चलते हैं. जिसमें कन्या पाठशाला 31, 28 और 13 में शिक्षिकाओं से ज्यादा रसोइए है .

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स्कूलों की व्यवस्था ठीक नहीं

शिक्षकों की संख्या कम है. जिससे छात्रों को संभालना मुश्किल हो पाता है. यहां की टीचर सुनीता शर्मा ने बताया कि अगर यहां स्टाफ को बढ़ाया जाए तो शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी होगी. वहीं जीवनगढ़ में प्राथमिक विद्यालय नंबर 61 किराए के भवन पर चल रहा है. बेसिक शिक्षा विभाग एक कमरे का डेढ़ सौ रुपए किराया देता है. एक कमरे में ही बच्चे पढ़ते हैं और यही इनका भोजन बनता है. यहां शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है. बेसिक शिक्षा मंत्री का जिला होने के बाद भी यहां सरकारी स्कूलों की हालत ठीक नहीं है. उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महामंत्री मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में सुधार हो रहा है. कुछ स्कूल ऐसे हैं, जहां स्थिति ठीक नहीं है. लेकिन, काम हो रहा है. अभी सौ प्रतिशत स्कूलों में काम नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि काफी स्कूल सुधर गए हैं. स्कूलों में कायाकल्प हो रहा है. बिल्डिंग भी सुधारी जा रही है. उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के शासन के समय भी स्कूलों की ऐसी स्थिति थी. लेकिन, इस सरकार में कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों की दशा सुधर रही है.

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