भारत के बिजली बाजार में NSE की गूंज,Electricity Futures बना भरोसेमंद बेंचमार्क

NSE Electricity Futures: भारत का बिजली बाजार अब एक नए दौर में कदम रख रहा है. NSE के Electricity Futures अब सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं रहे, बल्कि वे आने वाले दामों का सटीक संकेत बनते जा रहे हैं. हाल ही में जब एक बड़ी कंपनी ने बिजली खरीदी, तो उसके असली बाजार के रेट और NSE के फ्यूचर्स रेट लगभग एक जैसे निकले थे. यह समानता बताती है कि भारत का बिजली कारोबार अब पहले से कहीं ज्यादा समझदार और पारदर्शी हो गया है. क्या यह वही पल है जब “One Nation, One Grid, One Price” का सपना हकीकत बनने की ओर बढ़ रहा है?

By Soumya Shahdeo | November 13, 2025 3:42 PM

NSE Electricity Futures: देश का सबसे बड़ा शेयर बाजार NSE अब बिजली के दाम तय करने में भी बड़ा रोल निभा रहा है. NSE के Electricity Futures कॉन्ट्रैक्ट अब बिजली की कीमतों का नया पैमाना बनते जा रहे हैं। हाल ही में एक बड़ी बिजली कंपनी ने नवंबर महीने के लिए 50 मिलियन यूनिट बिजली खरीदी है, जिसमें कीमत करीब 3,231 रुपये से 3,233 रुपये प्रति मेगावॉट घंटा तय हुई है. यह वही दाम हैं जो NSE के नवंबर महीने के बिजली फ्यूचर्स में 3,236 रुपये के आसपास रहे थे.

क्या मतलब है इस समानता का?

इससे साफ दिखता है कि असली बाजार और NSE के भाव अब लगभग बराबर हो गए हैं. यानी अब कंपनियां बिजली की कीमत तय करने के लिए NSE पर भरोसा करने लगी हैं. इससे बाजार में पारदर्शिता बढ़ रही है और कीमत तय करने की प्रक्रिया ज्यादा साफ और भरोसेमंद बन गई है.

बिजली कारोबार में क्या बदल रहा है?

पहले अलग-अलग जगहों पर बिजली सौदे होते थे, जिससे कीमतों में फर्क रहता था. लेकिन अब NSE का फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट सभी तरह की बिजली जैसे पारंपरिक, ग्रीन पावर और हाई प्राइस पावर का औसत दाम देता है. इससे बिजली बेचने और खरीदने वालों को भविष्य के सौदों की बेहतर तैयारी करने में मदद मिलती है.

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देश के लिए क्यों अहम है यह कदम?

यह कदम भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए बहुत फायदेमंद है. NSE के इस इनोवेशन से अब बिजली बाजार और भी पारदर्शी, स्थिर और कुशल बन रहा है. यह भारत के उस विजन को मजबूत करता है जिसका भरोसा “One Nation, One Grid, One Price” पर है.

आगे क्या होगा?

NSE का कहना है कि वह आने वाले समय में बिजली बाजार को और मज़बूत करने के लिए नई तकनीकों और पारदर्शी नियमों पर काम करता रहेगा ताकि भारत का बिजली क्षेत्र दुनिया के बेहतरीन बाजारों में शामिल हो सके.

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