झारखंड पंचायत चुनाव : रामगढ़ की इस पंचायत के लोग क्यों कर रहे पंचायत चुनाव का बहिष्कार, लिखा पत्र

Jharkhand Panchayat Chunav 2022: रामगढ़ जिले की हेसला पंचायत की कुल 212 एकड़ जमीन सरकार के द्वारा जियाडा को हस्तांतरित कर दी गयी है और शेष परिसंपत्ति के प्रशासक द्वारा आवंटित आवास धारकों को हफ्तेभर में आवास खाली करने का तुगलकी फरमान जारी किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2022 6:21 PM

Jharkhand Panchayat Chunav 2022: झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड की हेसला पंचायत के पंचायत समिति सदस्य रहे वैद्यनाथ राय ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है. इसके जरिए उन्होंने हेसला पंचायत में झारखंड पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने की जानकारी दी है. आपको बता दें कि इस पंचायत की कुल 212 एकड़ जमीन सरकार के द्वारा जियाडा को हस्तांतरित कर दी गयी है और शेष परिसंपत्ति के प्रशासक द्वारा आवंटित आवास धारकों को हफ्तेभर में आवास खाली करने का तुगलकी फरमान जारी किया गया है. इससे नाराज लोगों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.

हफ्तेभर में आवास खाली करने का आदेश

आपको बता दें कि रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड अंतर्गत हेसला पंचायत की जनसंख्या लगभग सात हजार है. इसके अंतर्गत पंचायत में पीटीपीएस शेष परिसंपत्ति के अधीनस्थ 2000 आवास एवं 300 झुग्गी-झोपड़ी समेत बिरसा मार्केट नामक बाजार स्थित है. इसमें 400 दुकानदार,150 सब्जी बिक्रेता कारोबार करते हैं. इस पंचायत की कुल 212 एकड़ जमीन सरकार के द्वारा जियाडा को हस्तांतरित कर दी गयी है और शेष परिसंपत्ति के प्रशासक द्वारा आवंटित आवास धारकों को एक सप्ताह के अंदर आवास खाली करने का तुगलकी फरमान जारी किया गया है.

Also Read: झारखंड पंचायत चुनाव: मुखिया प्रत्याशी शाकिर हुसैन समेत तीन गिरफ्तार, समर्थकों ने लगाए थे आपत्तिजनक नारे

पंचायत चुनाव का बहिष्कार

पंचायत समिति सदस्य रहे वैद्यनाथ राय ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है. इसके जरिए उन्होंने हेसला पंचायत में पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने की जानाकारी दी है. उन्होंने कहा है कि रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड की हेसला पंचायत की समस्त जमीन जियाडा को हस्तांतरित कर दी गई है. उस स्थिति में पंचायत चुनाव कराना कहां से न्यायोचित है. जब पंचायत में निवास करने वाले लोग ही नहीं रहेंगे तो फिर पंचायत का अस्तित्व तो स्वतः समाप्त हो जाएगा. इस परिस्थिति में सरकार के द्वारा हेसला पंचायत में किस उद्देश्य चुनाव करवाया जा रहा है. सरकार इस मामले में त्वरित संज्ञान ले. अगर इस मामले में संज्ञान नहीं लिया गया तो पंचायत के लोग हेसला पंचायत में चुनाव का बहिष्कार करेंगे.

Also Read: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद पांडेय गणपत राय को दी श्रद्धांजलि, बोले-हमेशा याद रखा जाएगा बलिदान

रिपोर्ट: अजय तिवारी

Next Article

Exit mobile version