कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास करने के लिए आहूत बंगाल विधानसभा में हंगामा, लगे जय श्रीराम के नारे

तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर गुरुवार को विधानसभा में एक प्रस्ताव रखा. वहीं, सदन में भारी हंगामे के बाद भाजपा विधायकों ने वॉकआउट कर दिया. विधानसभा में गुरुवार को रह-रह कर कई बार हंगामा हुआ.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2021 9:29 PM

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर गुरुवार को विधानसभा में एक प्रस्ताव रखा. वहीं, सदन में भारी हंगामे के बाद भाजपा विधायकों ने वॉकआउट कर दिया. विधानसभा में गुरुवार को रह-रह कर कई बार हंगामा हुआ.

पार्थ चटर्जी द्वारा प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. भाजपा विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा के नेतृत्व में पार्टी के विधायक सदन में आसन के करीब पहुंच गये और दावा किया कि तृणमूल सरकार कानूनों के खिलाफ ‘भ्रामक अभियान’ चला रही है. बाद में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाते हुए मनोज तिग्गा के साथ पार्टी के विधायक सदन से बाहर चले गये.

उधर, मुख्यमंत्री एवं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को ललकारते हुए कहा कि या तो वह कृषि कानूनों को वापस ले या गद्दी छोड़े. विधानसभा में राज्य सरकार द्वारा कृषि कानून के खिलाफ पेश किये गये प्रस्ताव पर अपने विचार रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को इन तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए.

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भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा प्रस्ताव रखने के बाद सुश्री बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन कानूनों को निरस्त करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं. हम इन्हें तुरंत वापस लिये जाने की मांग करते हैं. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पुलिस किसानों की ट्रैक्टर परेड को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पायी, जिसकी वजह से गणतंत्र दिवस के दिन स्थिति बेकाबू हो गयी.

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सुश्री बनर्जी ने कहा कि इसके लिए दिल्ली पुलिस को दोष देना चाहिए. दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी? यह खुफिया तंत्र की नाकामी है. हम किसानों को गद्दार बताया जाना बर्दाश्त नहीं करेंगे. वे इस देश की संपत्ति हैं. ममता बनर्जी ने विधानसभा में अपने संबोधन में कहा कि जब तक ये तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते, देश भर में आंदोलन चलते रहेंगे.

Posted By : Mithilesh Jha

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