समय पर नहीं मिला एंबुलेंस तो खटिया पर लिटा कर बीमार मां को ले गये हॉस्पिटल, साहिबगंज के महाराजपुर का देखिए हाल

साहिबगंज में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखिए. यहां समय पर मरीजों को एंबुलेंस तक नहीं मिल पाता है. तालझारी ब्लॉक के महाराजपुर में एक मरीज के परिजन समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने पर अपनी मां को खटिया पर ही लिटा कर दो किलोमीटर दूर प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने को मजबूर हुए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2021 9:55 PM

Jharkhand News (तालझारी, साहिबगंज) : झारखंड के साहिबगंज जिला अंतर्गत तालझारी ब्लॉक के महाराजपुर में समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचा, तो बीमार को खटिया पर लिटाकर इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाने की तस्वीर कई कहानी बयां कर रहे हैं. इस क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग का क्या हाल है ये किसी से छिपा नहीं है. समय रहते मरीजों को साधन मुहैया नहीं हो पाती है. मजबूरन ग्रामीणों को खाट पर ढोकर मरीजों को हॉस्पिटल तक ले जाते हैं.

तालझारी ब्लॉक के महाराजपुर में समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने और मीरज की तबीयत बीच रास्ते में होने पर परिजनों ने महाराजपुर में निजी डॉक्टर को दिखाया. करीब दो किलोमीटर पैदल तक मरीज को खटिया पर लिटा कर ले जाने के बाद प्राइवेट डॉक्टर के पास पहुंचे.

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस सेवा का लाभ समय पर तालझारी ब्लॉक एवं राजमहल के दियारा क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इसके कारण ग्रामीण मरीज को इलाज के लिए खटिया पर हॉस्पिटल ले जाने को परिजन विवश हैं. तालझारी ब्लॉक के लिए यह कोई नयी बात नहीं है.

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मरीजों को खाट पर हॉस्पिटल ले जाने के मामले यहां आये दिन सुनने और देखने को मिलते हैं. ब्लॉक हेडक्वार्टर से करीब 15 किलोमीटर की दूर गदाई दियारा गांव की 70 वर्षीय बीमार महिला सावित्री देवी को गदाई दियारा से नाव के सहारे गंगा पार तालझारी ब्लॉक के महाराजपुर लाया गया.

यहां लाने पर एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची. समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने और अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के कारण महाराजपुर में ही निजी डॉक्टर को दिखाया गया. इस संबंध में सावित्री देवी के पुत्र गंगासागर चौधरी ने बताया कि उनकी मां कई दिनों से बीमार रहने से काफी कमजोर हो गयी है. जिससे वे चलने में असमर्थ है.

हॉस्पिटल लाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया गया, पर एंबुलेंस नहीं आने के कारण परिजनों के सहयोग से खटिया पर लिटाकर मां को लेकर इलाज के लिए साहिबगंज की ओर निकल गये.

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Posted By : Samir Ranjan.

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