दक्षिण कोलकाता के 650 कारखानों के पास नहीं हैं फायर लाइसेंस, 490 कारखाने खतरनाक

पश्चिम बंगाल के दक्षिण कोलकाता के टेंगरा इलाके में हाल में ही भयावह आग लगी थी.इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर टेंगरा, तपसिया और तिलजला इलाके में सर्वे किया गया था. मेयर ने बताया कि कोलकाता के उक्त इलाकों में करीब 650 कारखाने बगैर फायर लाइसेंस के चलाये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2022 11:21 AM

पश्चिम बंगाल के दक्षिण कोलकाता के टेंगरा इलाके में हाल में ही भयावह आग लगी थी. 17 दमकल इंजनों की मदद से आग को काबू में किया गया था. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर टेंगरा, तपसिया और तिलजला इलाके में सर्वे किया गया था. ये महानगर के घनी आबादी वाले इलाके हैं. इन इलाकों में लेदर सहित कई अन्य तरह के कारखाने हैं. कई ऐसे कारखाने हैं, जिनका परिचालन अग्निशमन व्यवस्था के बगैर ही किया जा रहा है. ऐसे कारखानों को चिह्नित करने के लिए सर्वे किया गया. कोलकाता नगर निगम, दमकल विभाग, सीईएससी और कोलकाता पुलिस ने संयुक्त रूप से मिल कर यह सर्वे किया. दमकल मंत्री सुजीत बोस ने शुक्रवार को कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम को सर्वे रिपोर्ट सौंप दी.

Also Read: West Bengal Breaking News LIVE :केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की करेंगे बैठक
490 कारखाने खतरनाक

मेयर ने बताया कि कोलकाता के उक्त इलाकों में करीब 650 कारखाने बगैर फायर लाइसेंस के चलाये जा रहे हैं. वहीं, 490 कारखानों को रिपोर्ट में खतरनाक घोषित किया गया है. इन्हें खतरनाक तरीके से चलाया जा रहा है. ये सभी छोटे कारखाने हैं. इन कारखानों में हर समय आग लगने की आशंका रहती है. वहीं, मेयर ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि टेंगरा, तपसिया और तिलजला इलाके में निगम के 750 डीप ट्यूबवेल हैं. इसके अलावा दमकल विभाग ने कुछ और डीप ट्यूबवेल तैयार को कहा है. मेयर कहा कि जलापूर्ति के लिए फिलहाल इन डीप ट्यूबवेल का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, आग लगने के दौरान उस पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग इनका इस्तेमाल करेगा.

कारखाने के मालिकों को मिलेगा प्रशिक्षण

मेयर ने बताया कि उक्त कारखानों को हम बंद नहीं करवा सकते हैं. इससे लोग बेरोजगार हो जायेंगे. ऐसे में जिन कारखानों के मालिकों के पास फायर लाइसेंस नहीं हैं, उन्हें नोटिस भेजा जायेगा, ताकि वे फायर लाइसेंस को प्राप्त करें. वहीं, छोटे कारखाने के मालिकों को फायर ड्रिल की ट्रेनिंग दी जायेगी.

Also Read: लोन ऐप के जरिये करोड़ों की ठगी, मुंबई से पकड़ायी मास्टरमाइंड युवती

Next Article

Exit mobile version