तमिलनाडु में बंधक बने साहिबगंज के 3 मजदूर सकुशल पहुंचे अपने घर, नईम अंसारी का प्रयास आया काम

तमिलनाडु के एक कंपनी में बंधक बने साहिबगंज के तीन मजदूर अंबाडीह पंचायत की उपमुखिया के पति नईम अंसारी के प्रयास से सकुशल अपने घर वापस पहुंचे. घर आते ही परिवार वालों ने इन मजदूरों को गले लगाया, वहीं मो नईम को तहे दिल से शुक्रिया अदा किया.

By Samir Ranjan | November 28, 2022 6:23 AM

Jharkhand News: जब जान आफत में आ जाए और उस समय कोई मददगार मदद करने के लिए पहुंच जाए, तो उसे फरिस्ता ही माना जाता है. एक ऐसी ही घटना में तामिलनाडु में बंधक बने साहिबगंज जिले के सदर प्रखंड स्थित अम्बाडीहा पंचायत के तीन मजदूर को करीब 2300 किलोमीटर दूर पहुंचकर अम्बाडीहा पंचायत के उपमुखिया रौशन बीबी के पति नईम अंसारी ने सुरक्षित घर वापस लाया. तीनों मजदूरों के घर पहुंचते ही परिवार वाले नईम अंसारी से लिपटकर रोने लगे और जुग-जुग जियो बेटा कहते हुए आशीर्वाद दिया.

क्या है मामला

इस संबंध में तामिलनाडु में फंसे मजदूर जितेंद्र मंडल, सिकंदर मंडल और छोटू मंडल ने बताया कि हम तीनों 20 दिन पहले एक कंपनी में मजदूरी करने के लिए साहिबगंज से करीब 2300 किलोमीटर दूर तामिलनाडु गये थे. लेकिन, जिस कंपनी में गये उस कंपनी में सीट फुल रहने के कारण मालिक ने काम पर रखने से इनकार कर दिया. तब हम तीनों अपने घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन आ गये. रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति ने हमलोगों को कंपनी में नौकरी दिलाने की बात कहकर लेकर गया. दो दिन बाद हमलोगों को एक कंपनी के मालिक ने काम पर लगा दिया, लेकिन काम पसंद नहीं आने पर हमलोग काम नहीं करने की बात मालिक से कहें, तो मालिक ने जबरन काम करने की बात की. मालिक ने तीनों को 45000 रुपये में खरीदने की बात कही. कहा कि तुमलोग 45 हजार रुपये लौटाओ, तभी जाओ. मालिक की बात सुनकर तीनों के होश उड़ गये.

कड़ी मशक्कत के बाद तीन मजदूर हुए मुक्त

सात-आठ दिन तक कंपनी में काम करने के बाद चोरी-छिपे सारे मामले की जानकारी अपने परिवार वालों को दिया. परिवार वालों ने अंबाडीहा पंचायत की उपमुखिया रौशन बीबी के पति नईम अंसारी को देते हुए और मदद की गुहार लगाई. जानकारी मिलते ही नईम अंसारी तीनों मजदूरों को कंपनी से मुक्त कराकर साहिबगंज लाने के लिए गत 21 नवंबर को साहिबगंज से तमिलनाडु निकले पड़े. तमिलनाडु पहुंचने पर कड़ी मशक्कत के बाद बंधक बने साहिबगंज के तीनों मजदूर जितेंद्र मंडल, सिकंदर मंडल और छोटू मंडल को तमिलनाडु से सुरक्षित अपने साथ लेकर साहिबगंज पहुंचे.

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कंपनी मालिक से काफी बहस के बाद तीनों मजदूरों की हुई रिहाई

इस संबंध में नईम अंसारी ने बताया कि तमिलनाडु पहुंचने पर तीनों मजदूरों को छुड़ाने के लिए कंपनी मालिक से काफी बहस हुई थी. कंपनी मालिक 45 हजार रुपये देने की बात कह रहे थे, लेकिन जब प्रशासनिक कारवाई करवाने की बात कही, तो मालिक ने तीनों मजदूरों को छोड़ने को तैयार हो गये. तीनों मजदूरों को लेकर 24 नवंबर को ही तमिलनाडु से साहिबगंज के लिए रवाना हो गया. रविवार को साहिबगंज पहुंचकर तीनों को उनके परिवार वालों को सौंप दिया. उन्होंने कहा कि आज जो तीनों परिवार वालों के चेहरे पर हमें खुशी देखने को मिली है यही मेरे लिखे सबसे बड़ा आशीर्वाद है.

रिपोर्ट : अमित सिंह, साहिबगंज.

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