जानें हैकर्स से कैसे बचाएं अपना स्मार्टफोन

आपके मोबाइल डिवाइस पर साइबर अपराधियों द्वारा किया जाने वाला हमला तेजी से बढ़ता जा रहा है, क्योंकि उसमें बहुत से कीमती आंकड़े होते हैं, जैसे- बैंकिंग पासवर्ड और यूजरनेम, ई-कॉमर्स और सोशल मीडिया लॉग-इन, और व्यक्तिगत सूचना, जिनके इस्तेमाल से आपकी पहचान हासिल करते हुए किसी धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा सकता है. अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2018 5:37 AM

आपके मोबाइल डिवाइस पर साइबर अपराधियों द्वारा किया जाने वाला हमला तेजी से बढ़ता जा रहा है, क्योंकि उसमें बहुत से कीमती आंकड़े होते हैं, जैसे- बैंकिंग पासवर्ड और यूजरनेम, ई-कॉमर्स और सोशल मीडिया लॉग-इन, और व्यक्तिगत सूचना, जिनके इस्तेमाल से आपकी पहचान हासिल करते हुए किसी धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा सकता है. अपने स्मार्टफोन को हैकर्स से बचाने के लिए हमें अनेक चीजों पर ध्यान देना चाहिए. मोबाइल इंजीनियर और माइक्रोसॉफ्ट नाइजीरिया के नोसा इबियाबोर ने ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में इस बारे में कुछ जरूरी चीजों को अमल में लाने के बारे में बताया है. जानते हैं इनमें से कुछ प्रमुख तथ्य :

सबसे पहले ऑफिशियल एंड्रॉयड वेबसाइट पर जाकर हमें अपने फोन और उसकी सुरक्षा से जुड़ी चीजों को विस्तार से समझना चाहिए.

मोबाइल सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए साइबर चुनौतियों समेत मालवेयर, फिशिंग और हैकिंग के प्रति सुरक्षित रहा जा सकता है.

सबसे बड़ा मोबाइल जोखिम आपके डिवाइस के खो जाने या चोरी होने से जुड़ा है. ऐसे में बेहतर यही है कि चोर को व्यक्तिगत आंकड़ों तक पहुंचने से रोका जा सके, ताकि किसी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने से बचा जा सके.

मोबाइल को फिंगरप्रिंट पहचान या कोड के जरिये लॉक रखना चाहिए.

किसी अनधिकृत वेबसाइट से कुछ भी डाउनलोड नहीं करना चाहिए.

गैरजरूरी एप डाउनलोड नहीं करना चाहिए.

गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करते समय सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों को जानना जरूरी है.

मोबाइल में एक एंटीवायरस एप भी इंस्टॉल कर सकते हैं. इसके लिए कुछ फ्री एंटीवायरस की सेवाएं ली जा सकती हैं.

ट्रेंड माइक्रो और नॉर्टन मोबाइल सिक्योरिटी जैसे कुछ सस्ते किस्म के एप्स हैं, जिन्हें आप यूज कर सकते हैं.

गूगल ने अपना भी गूगल प्ले प्रोटेक्ट बनाया है, जो आपके मोबाइल की स्कैनिंग करता है और मालवेयर को फटकने नहीं देता है.

आप एक थर्ड-पार्टी एंटीवायरस एप भी इंस्टॉल कर सकते हैं.

ब्लूटूथ या वाई-फाई जैसी चीजों के इस्तेमाल के समय वायरलेस कनेक्शन को टर्न ऑफ कर देना चाहिए. इससे हैकर्स आपके फोन के डेटा तक नहीं पहुंच पायेंगे.